महाकुंभ में स्नानार्थियों की संख्या 46 करोड़ के पार, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि पर बन सकता है नया रिकॉर्ड

महाकुंभ नगर, 12 फरवरी . विश्व के सबसे बड़े धार्मिक सांस्कृतिक समागम ‘महाकुंभ 2025’ ने दुनिया को अचंभित कर रखा है. दुनियाभर के बड़े धार्मिक आयोजनों में यह अपनी विशेष पहचान बना चुका है. प्रयागराज में मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों के पावन संगम में बीते 30 दिनों में आस्था का अटूट रेला उमड़ रहा है. इसी के साथ-साथ महाकुंभ में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब उस शिखर पर पहुंच गया है, जिसकी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उम्मीद की थी.

बुधवार सुबह 8 बजे तक महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 92.13 लाख है तो वहीं, 1.02 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया है. महाकुंभ में कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 10 लाख से अधिक हो गई है. 11 फरवरी तक कुल 46.25 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई है. संभावना जताई जा रही है कि माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि पर नया रिकॉर्ड बन सकता है.

उल्लेखनीय है कि महाकुंभ में देश के विभिन्न हिस्सों से साधु-संत, राजनेता, सामाजिक कार्यकर्ता और आमजन आस्था के साथ भाग ले रहे हैं. प्रयागराज का यह महाकुंभ सनातन संस्कृति की अनंत धारा को विश्व पटल पर गौरवान्वित कर रहा है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (मंत्रिमंडल समेत) संगम में डुबकी लगा चुके हैं. इसके अलावा प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी, मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, श्रीपद नाइक, बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी, राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति, असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे संगन में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं.

पीएसके/केआर