नई दिल्ली, 17 अक्टूबर . भारत में जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (जेन एआई) स्टार्टअप की संख्या कैलेंडर वर्ष 2024 की पहली छमाही में 260 प्रतिशत बढ़कर 240 हो गई है. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
टेक उद्योग निकाय नैसकॉम की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 की पहली छमाही की तुलना में 2024 की पहली छमाही में जनरेटिव एआई स्टार्टअप की संख्या 260 प्रतिशत बढ़ी है. पिछले साल समान अवधि में केवल 66 जनरेटिव एआई स्टार्टअप थे.
स्टार्टअप की संख्या तेजी से बढ़ने के कारण भारत का जनरेटिव एआई स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में छठवें स्थान पर पहुंच गया है.
जनरेटिव एआई स्टार्टअप इकोसिस्टम में बढ़त की वजह 2023 की दूसरी छमाही में क्रुट्रिम, सर्वम.एआई, नूरिक्स, जेकोएआई सहित कई प्रमुख एआई स्टार्टअप का लॉन्च होना था.
जनरेटिव एआई तकनीक शुरुआती चरण में होने के बावजूद ये स्टार्टअप 2023 से अब तक 750 मिलियन डॉलर से अधिक की फंडिंग जुटाने सफल हुए हैं. 2024 की पहली छमाही में इन स्टार्टअप्स में से 75 प्रतिशत ने आय आर्जित करनी शुरू कर दी थी.
इंडिया जनरेटिव एआई स्टार्टअप लैंडस्केप 2024 रिपोर्ट में कहा गया कि यह वृद्धि 17 मूल जनरेटिव एआई मॉडल के लॉन्च के कारण हुई है. इससे जनरेटिव एआई सर्विसेज में 4.6 गुना की बढ़ोतरी हुई है. जनरेटिव एआई असिसटेंट स्टार्टअप की संख्या में काफी वृद्धि हुई है और यह इस साल आए नए स्टार्टअप में करीब 80 प्रतिशत का फोकस इसी सेगमेंट पर था.
नैसकॉम की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और मुख्य रणनीति अधिकारी, संगीता गुप्ता ने कहा, “पिछले 12 महीनों में, भारत के जनरेटिव एआई परिदृश्य में एक बड़ा परिवर्तन आया है, जिसमें उद्योग के मानकों को फिर से परिभाषित करने वाले और प्रबंधित एलएलएम और डेटा-संचालित सेवाओं जैसे नए फोकस क्षेत्रों वाले नए उत्पादों को लॉन्च किया जा रहा है.”
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एबीएस/