नई दिल्ली New Delhi : मुश्किल में घिरे दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी (Gautam Adani) को एनएसई (NSE) ने गुड न्यूज दी है. एनएसई ने अपने छमाही रिव्यू में निफ्टी 50 इंडेक्स (Nifty 50 index) में कोई बदलाव नहीं किया है लेकिन दूसरे बड़े इंडेक्सेज के कंस्टीट्यूएंट्स में बदलाव किया है. अडानी ग्रुप को दो कंपनियों अडानी पावर (Adani Power) और अडानी विल्मर (Adani Wilmar) को कुछ इंडेक्सेज में जगह मिली है.
अडानी विल्मर को निफ्टी नेक्स्ट 50 और निफ्टी 100 इंडेक्स में शामिल किया गया है जबकि अडानी पावर को निफ्टी 500, निफ्टी 200, निफ्टी मिडकैप 100, निफ्टी मिडकैप 150, निफ्टी लार्जमिडकैप 250 और निफ्टी मिडस्मॉलकैप 400 इंडेक्सेज में जगह मिली है. एक्सचेंज का कहना है कि ये बदलाव 31 मार्च से लागू होंगे. लेकिन पेटीएम (Paytm) की पेरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस (One 97 Communications) को निफ्टी नेक्स्ट 50 और निफ्टी 100 से हटाकर निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी मिडकैप 150 इंडेक्स में डाला गया है.
अडानी विल्मर के साथ-साथ एबीबी इंडिया, कैनरा बैंक, पेज इंडस्ट्रीज और वरुण बेवरेजेज को निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स में डाला गया है. दूसरी ओर पेटीएम के अलावा बायोकॉन, बंधन बैंक, एम्फेसिस और ग्लैंड फार्मा को इससे बाहर कर दिया गया है. पेटीएम का इश्यू प्राइस 2150 रुपये था लेकिन यह कभी भी इस स्तर तक नहीं पहुंच पाया. शुक्रवार को यह 626.30 रुपये पर बंद हुआ.
निफ्टी 200 में अडानी पावर के अलावा अपोलो टायर्स, सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस, देवयानी इंटरनेशनल, गुजरात फ्लोरोकेमिकल्स, इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन, एनएचपीसी, एनएमडीसी और पीरामल एंटरप्राइजेज को जगह मिली है. दूसरी ओर क्लीन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, इमामी, गुजरात स्टेट पेट्रोनेट, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, इंडियामार्ट इंटरमेश, इंडियन एनर्जी एक्सचेंज, लिंडे इंडिया, नेशनल एल्युमीनियम कंपनी, निप्पोन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट को इससे बाहर कर दिया गया है.
शुक्रवार को कैसा रहा शेयरों का हाल
शुक्रवार को हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन अडानी पावर और अडानी विल्मर के शेयरों ने अपर सर्किट छुआ. अडानी पावर का शेयर 155.25 रुपये पर बंद हुआ. इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 432.80 रुपये है. पिछले साल 22 अगस्त को यह इस स्तर पर पहुंचा था. दूसरी ओर अडानी विल्मर का शेयर शुक्रवार को 437.95 रुपये पर बंद हुआ. इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 878.35 रुपये है.
24 जनवरी को आई एक रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अडानी ग्रुप दशकों से खुल्लम-खुल्ला शेयरों में गड़बड़ी और अकाउंट धोखाधड़ी में शामिल रहा है. हालांकि अडानी ग्रुप ने इस रिपोर्ट को झूठ का पुलिंदा बताते हुए इसे भारत के खिलाफ साजिश करार दिया था.
