एनएसई ने वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में कमाया 3,137 करोड़ रुपये का मुनाफा, 57 प्रतिशत की हुई बढ़त

मुंबई, 4 नवंबर . नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने सोमवार को वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए. कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा सालाना आधार पर 57 प्रतिशत बढ़कर 3,137 करोड़ रुपये हो गया है.

सितंबर तिमाही में कंपनी का मार्जिन 62 प्रतिशत रहा है.

जुलाई से सितंबर अवधि के बीच कंपनी की कंसोलिडेटेड आय 5,023 करोड़ रुपये रही है. इसमें सालाना आधार पर 25 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.

वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में एनएसई का स्टैंडअलोन शुद्ध मुनाफा 2,954 करोड़ रुपये रहा है. पिछले वर्ष समान तिमाही में यह 1,804 करोड़ रुपये था. कंपनी का शुद्ध स्टैंडअलोन मार्जिन 56 प्रतिशत रहा है.

वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में कंसोलिडेटेड आधार पर प्रति शेयर आय 12.68 रुपये पर रही है, जो कि वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में यह 8.08 रुपये पर थी.

वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में (अप्रैल-सितंबर) एनएसई की कुल आय 9,974 करोड़ रुपये रही है. वहीं, मुनाफा 5,704 करोड़ रुपये रहा है.

अप्रैल से सितंबर की अवधि में एनएसई की प्रति शेयर आय 23.05 रुपये रही है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 15.52 रुपये पर था. प्रति शेयर आय की गणना 4:1 के अनुपात में जारी हुए बोनस शेयर को समायोजित करने के बाद की गई है.

एक्सचेंज ने कहा कि उसने वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में सरकारी खजाने में 30,130 करोड़ रुपये का योगदान दिया, जिसमें 24,755 करोड़ रुपये का एसटीटी/सीटीटी, 2,099 करोड़ रुपये का स्टांप शुल्क, 1,333 करोड़ रुपये का सेबी शुल्क, 1,119 करोड़ रुपये का आयकर और 824 करोड़ रुपये का जीएसटी शामिल था.

24,755 करोड़ रुपये के एसटीटी/सीटीटी में से 64 प्रतिशत नकद बाजार सेगमेंट से और 36 प्रतिशत इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट से है.

एक्सचेंज ने एक बयान में कहा, व्यापारिक राजस्व के अलावा, संचालन से राजस्व को अन्य राजस्व लाइनों द्वारा भी समर्थन मिला, जिसमें मुख्य रूप से क्लियरिंग सर्निसेज, डेटा सेंटर और कनेक्टिविटी शुल्क, लिस्टिंग सेवाएं, सूचकांक सेवाएं और डेटा सेवाएं शामिल हैं.

एबीएस/