प्रवासी भारतीयों ने किए भगवान जगन्नाथ के दर्शन

पुरी, 7 जनवरी . ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में पहली बार भारतीय प्रवासी दिवस सम्मलेन का आयोजन किया जा रहा है. तीन दिवसीय आयोजन में प्रवासी भारतीयों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. तीर्थ स्थल पुरी में भी प्रवासी भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद लेने पहुंचे.

प्रवासी भारतीयों ने आभार व्यक्त करते हुए इसे दिव्य सौभाग्य बताया.

ओडिशा सरकार ने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए 31 पर्यटक स्थलों का दौरा करा रही है. जिसमें जगन्नाथ मंदिर, कोणार्क सूर्य मंदिर, रामचंडी, रघुराजपुर के विरासत गांव, सतपदा और ओडिशा के ब्लू फ्लैग समुद्र तटों जैसे प्रतिष्ठित स्थलों की यात्रा शामिल है.

लंदन से आए एक प्रवासी भारतीय कपल ने भी भगवान जगन्नाथ के दर्शन आशीर्वाद लिया.

उन्‍होंने कहा, ”मैं इंग्लैंड में डॉक्‍टर हूं और प्रैक्टिस करता हूं. हम ब्रिस्टल सिटी में रहते हैं. मैं और मेरी पत्नी यहां आए हैं. हमारा एयरपोर्ट से ही शानदार स्वागत किया गया. मैं उड़ीसा सरकार को इतनी सुंदर व्यवस्था करने के लिए धन्यवाद देता हूं. हम आज जगन्नाथ मंदिर के दर्शन करने पुरी आए थे. यह 1900 साल पुराना प्राचीन मंदिरों में से एक है. और मैं मंदिर की सुंदरता देखकर चकित था.”

आगे कहा, ”हमने स्थानीय पुलिस अधिकारियों की देखरेख में बहुत ही सुंदर दर्शन किए. मुझे लगा कि यह भारत में एक सुंदर राज्य है. मैं मूल रूप से असम से हूं, और मैंने भारत के कई राज्यों का दौरा किया है. और यह समुद्र के किनारे खूबसूरत राज्यों में से एक पुरी एक और खूबसूरत जगह है. भुवनेश्वर एक और खूबसूरत जगह है. मैं यहाँ की सुंदर व्यवस्था के लिए मुख्य तौर पर प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहूंगा. मैं इससे ज़्यादा आभारी नहीं हो सकता. यह बेहद ही अद्भुत और खास तरह का अनुभव था. मैं इसे अपने जीवन में हमेशा संजोकर रखूंगा.”

यह पहली बार है जब ओडिशा प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है, इस कदम से राज्य की वैश्विक छवि को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. प्रतिनिधियों का मानना ​​है कि यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करेगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा मिलेगा.

लंदन से आई एक अन्य प्रतिनिधि डॉ. स्नेहा सोनी ने निमंत्रण के लिए ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिदा का आभार व्यक्त किया.

उन्होंने कहा, “भारत विविधताओं से भरा देश है, जहां हर राज्य अपनी अनूठी संस्कृति और परंपराएं पेश करता है. ओडिशा कला, विरासत और पर्यटन की संभावनाओं का खजाना है. हम इसे दुनिया के साथ साझा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”

ओडिशा की सुंदरता की सराहना करते हुए, प्रतिनिधियों ने पुरी में स्वच्छ समुद्र तटों की आवश्यकता पर ध्यान दिलाया और सभी से पर्यावरण को बनाए रखने की अपील की. 8 से 10 जनवरी के बीच इसका आयोजन भुवनेश्वर में किया जा रहा है.

एमकेएस/केआर