नई दिल्ली, 19 नवंबर . पेरिस ओलंपिक में भारतीय शूटर्स का प्रदर्शन शानदार रहा था और इस मेगा इवेंट के बाद खेल का यह हिस्सा काफी चर्चा में है. इस बीच भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (एनआरएआई) के नवनियुक्त अध्यक्ष कलिकेश सिंह नारायण देव ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम निशानेबाजों की बेंच स्ट्रेंथ और कोर ग्रुप का और बेहतर उपयोग करें.
भारतीय निशानेबाजों ने ओलंपिक 2024 के लिए 22 कोटा अर्जित किए और 21 सदस्यीय मजबूत दल ने इसमें भाग लिया. इसमें से 7 निशानेबाज फाइनल में पहुंचे और तीन ने पदक जीता. शूटर मनु भाकर ने ऐतिहासिक डबल मेडल जीता.
‘हाउस ऑफ ग्लोरी’ पॉडकास्ट पर बोलते हुए कलिकेश सिंह ने कहा, “यह भारतीय शूटिंग के लिए चार साल के शानदार प्रदर्शन की एक झलक थी. इससे पता चलता है कि एक अच्छा दिन मिलने पर, हमारे एथलीट विश्व स्तरीय प्रदर्शन करने में सक्षम हैं.”
उन्होंने कहा, “अब, हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी बेंच स्ट्रेंथ और निशानेबाजों के मुख्य समूह का उपयोग करना होगा कि एथलीटों को बेहतर समर्थन मिले. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि एनआरएआई की नीतियां और समर्थन उन्हें जूनियर से सीनियर लेवल तक का सफर तय करने के लिए एक आसान और सहज सफर तय करने में मदद करे.”
भारत ने खेल में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए अक्टूबर में नई दिल्ली में आईएसएसएफ शूटिंग विश्व कप की सफलतापूर्वक मेजबानी की और चार पदक जीते. जिसमें दो रजत और दो कांस्य शामिल है.
युवा भारतीय ने अक्टूबर में पेरू के लीमा में आईएसएसएफ जूनियर शूटिंग विश्व कप में 24 पदक (13 स्वर्ण, 3 रजत और 8 कांस्य) के साथ पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया. भारत को आईएसएसएफ द्वारा अगले साल जूनियर विश्व कप की मेजबानी का अधिकार भी दिया गया है.
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एएमजे/जीकेटी