अब हम बड़े सपने देखते हैं, जिनको दिन-रात पूरा करते हैं : प्रधानमंत्री

नई दिल्ली, 26 फरवरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 41 हजार करोड़ की 2000 से अधिक रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. उनके इस कार्यक्रम में 2021 जगहों से 40 लाख से ज्यादा लोग जुड़े थे. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा की आज का ये कार्यक्रम नए भारत की नई कार्य संस्कृति का प्रतीक है. भारत जो करता है, अभूतपूर्व स्पीड से करता है. आज के भारत ने छोटे-छोटे सपने देखना छोड़ दिया है. हम बड़े सपने देखते हैं और उनको पूरा करने के लिए दिन रात एक कर देते हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सरकार के तीसरे टर्म की शुरुआत जून में होने वाली है. जिस स्पीड से काम शुरू हो गया है, वो सबको हैरत में डाल रहा है. उन्होंने बताया की 550 से ज्यादा स्टेशनों के कायाकल्प का लोकार्पण हुआ है. उन्होंने ने कहा कि उत्तर प्रदेश के जिस गोमतीनगर के रेलवे स्टेशन का उद्घाटन हुआ है, वो कमाल का दिखता है.

प्रधानमंत्री ने बताया की कुछ दिनों पहले अमृत भारत रेलवे स्टेशनों की शुरुआत की थी. ये दिखाता है की भारत के प्रगति की रेल किस स्पीड से बढ़ रही है. उन्होंने युवा साथियों को बहुत बधाई दी. पीएम ने कहा, मोदी जब विकसित भारत की बात करता है, तो उसके सबसे बड़े लाभार्थी युवा हैं. देश के हर नौजवान को बताना चाहता हूं कि आप का सपना ही मोदी का संकल्प है.

प्रधानमंत्री ने बताया की जैसे ओडिशा के बालेसर स्टेशन को जगन्नाथ भगवान के मंदिर की थीम पर तैयार किया गया हैं. उसी तरह ही अमृत भारत स्टेशन लोगों को उस शहर की खासियत से लोगो को रूबरू करवाएगा. उन्होंने बताया की बीते 10 वर्षो में बदलाव सबने देखा है. जिन सुविधाओं की लोग कल्पना करते थे. लोग सोचते थे कि काश ये भारत में होता. आज हम सब आंखों के सामने देख रहे हैं.

एक दशक पहले तक वंदे भारत ट्रेन की कल्पना भी नहीं हुई थी. एक दशक पहले तक नमो भारत ट्रेन के बारे में किसी ने सोचा भी नही था. एक दशक पहले तक स्टेशन में सफाई कोई सोचता नही था. एक दशक पहले तक लोगो को लगता था की एयरपोर्ट जैसी सुवधाए अमीर लोगो के लिए होती हैं. आज रेलवे में भी लोग वैसी ही सुविधा ले सकते हैं. जिस रेलवे को हमेशा घाटे में होने का रोना रोया जाता था, आज सब बदल गया है. अर्थव्यस्था के मामले में आज भारत 11 नंबर से आगे बढ़कर 5 नंबर पर है.

इस वर्ष का रेलवे बजट 2.5 लाख करोड़ से ज्यादा है. इसलिए मोदी भारत को जल्द से जल्द तीसरी सबसे बड़ी अर्थवयस्था बनाने में जुटा है. उन्होंने कहा, एक बात ध्यान रखना है कि नदी, नहर में पानी कितना हो, अगर मेढ़ टूटी होगी तो पानी किसान तक नही पहुंचेगा. इसी तरह बजट कितना भी बड़ा हो, अगर घोटाले होंगे तो विकास नही होगा. ईमानदारी से काम हुआ है. 2.5 हजार किलोमीटर से अधिक डेडीकेटेड कॉरिडोर का काम हुआ. जो टैक्स आपने दिया उसी से काम हो रहा है.

उन्होंने बताया, आज जो ये लाखों हजार करोड़ रुपए का निवेश हो रहा है, वो रोजगार की गारंटी है. हमारी रेल छोटे किसानों, छोटे कारीगरों, हमारे विश्वकर्मा साथियों के लिए नए आयाम खोल रही है. दूध, सब्जी फल जल्दी पहुंच पाएंगे. आने वाले 5 वर्षो में जब ये सभी स्टेशन आधुनिक हो जायेंगे, तो निवेश की एक नई क्रांति आएगी.

पीकेटी/