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Patna, 8 नवंबर . रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने Saturday को बिहार में कई चुनावी रैलियों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और राजद को बिहार में बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि बिहार में कट्टा और लालटेन का युग समाप्त हो गया है और राज्य देशी बंदूकों की जगह मिसाइल और तोप बनाने के लिए तैयार है.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने Saturday को रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में एक रैली को संबोधित किया. इस दौरान राजनाथ सिंह ने बिहार में एक रक्षा गलियारा खोलने की योजना का ऐलान किया. उन्होंने कहा कि मैं राजद के लोगों से कहना चाहता हूं कि बिहार में अब कट्टा नहीं, तोप बनेगी और मिसाइल भी बनेगी.
राजनाथ सिंह ने एनडीए के घोषणापत्र को ‘अटल प्रतिज्ञा’ या ‘भीष्म प्रतिज्ञा’ बताया. उन्होंने कहा कि ‘कट्टा’ और ‘लालटेन’ का युग समाप्त हो गया है.
उन्होंने कहा कि हम बिहार के हर घर में Governmentी नौकरी देने का झूठा वादा नहीं करेंगे, क्योंकि यह आर्थिक रूप से संभव नहीं है. इसके विपरीत हमने राज्य में रोजगार के अवसर पैदा करने का वादा किया है और इसके लिए हमने बिहार में एमएसएमई कॉरिडोर और एक रक्षा गलियारा स्थापित करने की घोषणा की है.
इस दौरान राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर जाति और धर्म के नाम पर देश को बांटने और वोट हासिल करने के लिए तुष्टिकरण का सहारा लेने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के Chief Minister रेवंत रेड्डी ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस का मतलब मुसलमान है और मुसलमान का मतलब कांग्रेस है. मतलब साफ है कि वोट पाने के लिए ये लोग किस हद तक जा सकते हैं.
राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा ने कभी धर्म की राजनीति नहीं की. अगर हमने राजनीति की है तो वह न्याय और मानवता की राजनीति रही है. इस दौरान उन्होंने Lok Sabha के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जहां भी जाते हैं, चुनाव आयोग पर गलत आरोप लगाते हैं. वे कहते हैं कि चुनाव आयोग ने बिहार की जनता के वोट चुरा लिए हैं, लेकिन मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या Political सफलता पाने के लिए झूठ बोलना जरूरी है? अगर सार्थक राजनीति करनी है तो राष्ट्र निर्माण की राजनीति करनी होगी.
राजनाथ सिंह ने कहा कि एनडीए अपने घोषणापत्र में जो वादा करता है, उसे पूरा करता है.
उन्होंने कहा कि Prime Minister मोदी इस बात का पूरा ध्यान रखते हैं कि कोई भी ऐसा वादा न किया जाए, जिसे पूरा करना मुश्किल हो.
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एमएस/डीकेपी