नीट पर चर्चा के लिए विपक्षी सांसदों का नोटिस, खड़गे ने उठाया एयरपोर्ट के स्ट्रक्चर का मुद्दा

नई दिल्ली, 28 जून . कांग्रेस सांसदों ने लोकसभा और राज्यसभा में नीट व एनटीए मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है. कांग्रेस की रंजीत रंजन और सैयद नासिर हुसैन समेत विपक्षी पार्टियों के सांसदों ने नियम 267 के अंतर्गत राज्यसभा में चर्चा कराए जाने की मांग की है.

विपक्षी सांसद चाहते हैं कि नियम 267 के अंतर्गत सदन के अन्य कार्यों को स्थगित कर इन मुद्दों पर चर्चा कराई जाए.

वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का कहना है कि बुनियादी ढांचे से जुड़े स्ट्रक्चर ताश के पत्तों की तरह ढह रहे हैं. खड़गे ने आरोप लगाया है केंद्र की मोदी सरकार का भ्रष्टाचार और आपराधिक लापरवाही इसके लिए जिम्मेदार है.

उन्होंने कहा कि दिल्ली हवाई अड्डे (टी1) की छत गिरी है. इसके अलावा जबलपुर हवाई अड्डे की छत गिरी, अयोध्या की नई सड़कों की हालत खस्ता है. राम मंदिर लीकेज, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक रोड में दरारें, 2023 और 2024 में बिहार में 13 नए पुल टूटे.

खड़गे ने कहा कि प्रगति मैदान सुरंग जलमग्न, गुजरात में मोरबी पुल ढहने की त्रासदी, कुछ स्पष्ट उदाहरण हैं जो मोदी जी और भाजपा के “विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे” के निर्माण के बड़े-बड़े दावों को उजागर करते हैं.

कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है कि 10 मार्च को जब मोदी जी ने दिल्ली एयरपोर्ट टी1 का उद्घाटन किया तो उन्होंने खुद को “दूसरी मिट्टी का इंसान” कहा. यह सारी झूठी वाहवाही और बयानबाजी केवल चुनाव से पहले रिबन काटने के समारोहों में शामिल होने के लिए थी. दिल्ली हवाई अड्डे की त्रासदी के पीड़ितों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है. उन्होंने एक भ्रष्ट, अयोग्य और स्वार्थी सरकार का खामियाजा भुगता है.

इस मुद्दे पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि मार्च में प्रधानमंत्री जी ने दिल्ली एयरपोर्ट टर्मिनल-1 का उद्घाटन किया था, आज उसकी छत ढह गई जिसमें एक कैब ड्राइवर की दुखद मृत्यु हो गई. तीन महीने पहले प्रधानमंत्री जी ने जिस जबलपुर एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था, उसकी भी छत ढह गई. अयोध्या में निर्माण कार्यों के खस्ताहाल पर पूरा देश दुखी है. यह भाजपा का “चंदा लो और धंधा दो” का भ्रष्टाचारी मॉडल है जिससे अब पर्दा उठ चुका है.

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