उत्तरकाशी, 3 सितंबर . उत्तरकाशी में वरुणावत पर्वत के आसपास लैंडस्लाइड जोन में लोगों को उनके घर खाली करने का नोटिस दिया गया है.
हाल के दिनों में इस क्षेत्र में भूस्खलन की कई घटनाएं हुई हैं, जिसके चलते जिला प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए सभी निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने का निर्णय लिया है. प्रदेश के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि उत्तरकाशी में हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद ऊपर की पहाड़ियों पर भूस्खलन हुआ था. जिससे आगे होने वाली बारिश में ऊपर का मलबे नीचे आने की संभावना है. इसको देखते हुए प्रशासन ने जिन लोगों के मकानों तक मलबा पहुंच सकता है, उन्हें नोटिस जारी किया है.
इन लोगों को अपने मकानों को कुछ समय के लिए खाली करने को कहा गया है, और उनके रहने के लिए किराए के मकानों की व्यवस्था भी की जाएगी. इसके लिए एक विशेष टीम वहां भेजी जा रही है, जो इन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने में मदद करेगी. प्रशासन ने यह भी कहा है कि भूस्खलन को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और जल्द ही स्थिति को स्थिर करने की कोशिश की जाएगी ताकि लोगों को किसी भी प्रकार के खतरे से बचाया जा सके.
उल्लेखनीय है कि वरुणावत पर्वत पर साल 2003 में भूस्खलन की घटनाएं तेजी से बढ़ी थीं, जिसके बाद प्रशासन ने इस क्षेत्र में भूस्खलन नियंत्रण के कई उपाय भी किए थे. अब कई वर्षों के बाद, इस पर्वतीय क्षेत्र के निचले इलाकों एवं अन्य हिस्सों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करनी पड़ रही है. इस संदर्भ में, प्रशासन का उद्देश्य है कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और भविष्य में भूस्खलन की घटनाओं को नियंत्रित किया जा सके.
ज्ञात हो कि, उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से इन दिनों पूरे प्रदेश में जलभराव और भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं. जिसकी वजह से प्रशासन कई बार चेतावनियां जारी कर चुका है.
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पीएसएम/एएस