हर मुसलमान औरंगजेब को आदर्श नहीं मानता, कब्र हटाई जाए : संजय निषाद

वाराणसी, 23 मार्च . उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद की अधिकार यात्रा रव‍िवार को वाराणसी पहुंची. इस दौरान उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने कई अहम मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की. उन्होंने बताया कि निषाद राज की जयंती पर प्रयागराज की धरती पर अधिवेशन होगा.

औरंगजेब की कब्र को लेकर जारी सियासी तनाव पर टिप्पणी करते हुए संजय निषाद ने कहा कि औरंगजेब को हर मुसलमान भाई अपना आदर्श नहीं मानता है. मुसलमानों की स्थिति एससी-एसटी से भी बदतर है. औरंगजेब के इतिहास को मिटा देना चाहिए और उसकी कब्र को भी हटाना चाहिए. इस्लाम एक अलग धर्म है और औरंगजेब उसका हिस्सा नहीं है. कुछ राजनीतिक पार्टियां ऐसे मुद्दों पर राजनीति करती हैं, जिन्हें नाम लेना ठीक नहीं होगा. समाजवादी पार्टी के नेताओं पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि सपा के नेता कहते हैं कि औरंगजेब उनका आदर्श है, अगर वह उनका आदर्श है तो वह अपने बेटे का नाम औरंगजेब रख लें.

उन्होंने आगे कहा कि औरंगजेब का इतिहास न केवल विवादास्पद है, बल्कि उसे लोगों के बीच नफरत फैलाने वाला भी माना जाता है. एक घटना का जिक्र करते हुए संजय निषाद ने कहा कि हम लोग एक बार औरंगाबाद गए थे, तो वहां टेंपो से जाने वाले लोग अपने साथ पत्थर लेकर चलते थे. मैंने पूछा क्यों, तो लोगों ने बताया कि रास्ते में औरंगजेब की कब्र पड़ती है, जहां लोग पत्थर मारते हैं.

वक्फ बोर्ड को समाप्त करने के लिए 30 मार्च को दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन का ऐलान किया गया है. इस पर संजय निषाद ने कहा कि मुसलमानों को यह चाहिए कि वक्फ की ज़मीन गरीबों के काम आए, न कि वह भ्रष्टाचार के लिए इस्तेमाल हो.”

संजय निषाद ने भाजपा विधायक के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘बाबा दिल्ली चले जाएं और केशव प्रसाद मौर्य यूपी की कमान संभालें.’ निषाद ने कहा कि यह बयान व्यक्तिगत हो सकता है और लोगों के मन में ऐसे विचार आते रहते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमारे अभिभावक हैं और उनकी नेतृत्व में हम सभी काम कर रहे हैं.

संजय निषाद ने दरोगा के पैर तोड़ने वाले मामले को लेकर अखिलेश यादव की राजनीति पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि जब रक्षक भक्षक बन जाए तो आत्मरक्षा करना जरूरी हो जाता है. संविधान हमें यह अधिकार देता है. हमारे झंडे को कुचला गया, लोगों को डंडे मारे गए, लेकिन हम अपनी आवाज उठाते रहेंगे. उन्होंने आगे कहा कि कुछ अधिकारी, जो विशेष वर्ग और जाति से आते हैं, उन्होंने गोली चलाने का काम किया है और वे लोग अंदर से विपक्ष के समर्थक हैं, हालांकि उन्होंने सत्ता में रहते हुए भाजपा की सरकार की आलोचना की.

संजय निषाद ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भ्रष्टाचार के मामले में आईएएस अभिषेक प्रकाश पर की गई कार्रवाई पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि विपक्ष के समय में ऐसे अधिकारी संरक्षण प्राप्त करते थे, लेकिन हमारी सरकार में भ्रष्टाचार के खिलाफ सजा दी जा रही है, न कि संरक्षण.

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