तीन महीने बंद रहने के बाद उत्तरी सिक्किम मार्ग फिर से खुला

गंगटोक, 7 सितंबर . भारी भूस्खलन के कारण तीन महीने से ज्‍यादा समय तक बंद रहने के बाद उत्तरी सिक्किम मार्ग पर्यटकों के लिए फिर से खुल गया है. इससे यात्रा और पर्यटन क्षेत्र को राहत मिली है.

पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सीएस राव ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि लाचुंग में फंसे पर्यटकों को सड़क मार्ग से बचाया गया, जबकि लाचेन में फंसे पर्यटकों को 4 जून तक हवाई मार्ग से निकाल लिया गया. लंबे समय तक बंद रहने की आलोचना हुई थी, लेकिन अब एक तेज मार्ग चालू है.

नए खुले संगकालांग-चुंगथांग मार्ग से यात्रा का समय लगभग डेढ़ घंटे कम हो गया है. परमिट Sunday दोपहर 12 बजे से जारी होने शुरू हो गए हैं और नियमित परमिट Monday से उपलब्ध होंगे. वर्तमान में पर्यटक लाचुंग, युमथांग घाटी और जीरो पॉइंट तक यात्रा कर सकते हैं और पर्यटन विभाग लाचुंग में 3 दिन और 2 रात रुकने का सुझाव दे रहा है.

हालांकि, लाचेन जाने वाला मार्ग अभी भी दुर्गम है. राव ने आगे कहा कि क्षतिग्रस्त रामम नदी पुल की मरम्मत में लगभग एक महीना लगेगा, जबकि तारामचू पुल दिसंबर में खुलने की उम्मीद है. नागा टूंग पुल का काम भी युद्धस्तर पर चल रहा है.

इसके अलावा, सिक्किम सरकार ने पाकयोंग हवाई अड्डे के विश्वसनीय हवाई संपर्क और दीर्घकालिक विस्तार के लिए फिर से प्रयास शुरू किए हैं, जिसे सितंबर 2018 में Prime Minister Narendra Modi द्वारा उद्घाटन के बाद से परिचालन संबंधी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है.

सिक्किम सरकार के पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सीएस राव ने कहा कि स्पाइसजेट लगातार सेवा प्रदान नहीं कर पाई और उड़ानें 300 दिनों से भी कम समय तक चलीं. हमने उनकी सेवा जारी रखने से इनकार कर दिया है. इसके बजाय, हमने एयर इंडिया एक्सप्रेस से क्षेत्रीय पहुंच को मजबूत करने के लिए बॉम्बार्डियर क्यू400 उड़ानें और अतिरिक्त हेलीकॉप्टर सेवाएं संचालित करने का अनुरोध किया है.

इस मुद्दे पर 4 सितंबर को ईटानगर में आयोजित नागरिक उड्डयन शिखर सम्मेलन में भी चर्चा हुई, जिसमें केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, राज्य के पर्यटन मंत्री और निजी एजेंसियों ने भाग लिया. राव ने कहा कि मंत्री ने आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे का समाधान किया जाएगा.

एएसएच/डीकेपी