नई दिल्ली, 30 अप्रैल . बुधवार 30 अप्रैल को भारतीय सेना के दो वरिष्ठ सैन्य अधिकारी सेवानिवृत्त हो गए. सेवानिवृत्त होने वालों में उत्तरी कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार व चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू शामिल हैं. दोनों ही अधिकारी सेना के बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे. इन दोनों ही अधिकारियों का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है. दोनों ने अपनी लंबी सर्विस के दौरान कई उपलब्धियां हासिल कीं.
लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार के सेवानिवृत्त होने पर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा को उधमपुर स्थित सेना की उत्तरी कमान का प्रमुख नियुक्त किया गया है. वह जम्मू कश्मीर स्थित उत्तरी कमांड के कमांडर-इन-चीफ नियुक्त हुए हैं. सेना की यह कमान जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान और लद्दाख में चीन से मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना का नेतृत्व करती है. उत्तरी कमान के सेना कमांडर रहे लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार ने सेवानिवृत्त व कमान छोड़ने पर ध्रुव युद्ध स्मारक, उधमपुर में वीर जवानों के सर्वोच्च बलिदान को सम्मानित करने के लिए पुष्पांजलि अर्पित की.
लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिन्द्र कुमार उप सेना प्रमुख भी रह चुके हैं. उन्हें खुफिया जानकारी, संचालन, बल संरचना, परिचालन रसद और तकनीकी समावेशन का अनुभव है. सैनिक स्कूल बीजापुर और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र, जनरल ऑफिसर को जून 1985 में 1 असम रेजिमेंट में कमीशन दिया गया था. उन्होंने नियंत्रण रेखा पर 59 राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन (असम), एक इन्फैंट्री ब्रिगेड और एक इन्फैंट्री डिवीजन और उत्तरी कमान में अत्यधिक सक्रिय व्हाइट नाइट कोर की कमान संभाली है. उन्होंने विभिन्न स्टाफ और अनुदेशात्मक नियुक्तियों पर कार्य किया है, जिनमें इन्फैंट्री स्कूल, महू में अनुदेशात्मक कार्यकाल, कंबोडिया में संयुक्त राष्ट्र क्षेत्र में वरिष्ठ परिचालन अधिकारी, लेसोथो में भारतीय सेना प्रशिक्षण दल की सैन्य सचिव शाखा में कर्नल (नीति), पूर्वी थिएटर में एक कोर के ब्रिगेडियर जनरल स्टाफ (संचालन), अतिरिक्त महानिदेशक सैन्य खुफिया और सेना मुख्यालय में महानिदेशक सैन्य खुफिया शामिल हैं.
वहीं भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू ने लगभग चार दशकों की सेवा पूर्ण करने के उपरांत 30 अप्रैल को चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ का पदभार त्याग दिया. बुधवार को अपनी सेवानिवृत्ति के दिन, लेफ्टिनेंट जनरल मैथ्यू ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद वीरों को श्रद्धांजलि व पुष्पांजलि अर्पित की. इसके पश्चात् उन्हें साउथ ब्लॉक (रक्षा मंत्रालय) के लॉन में एक औपचारिक ट्राई-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. लेफ्टिनेंट जनरल जेपी मैथ्यू ने अप्रैल 2023 से चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ का पद संभाला था. अपने कार्यकाल में उन्होंने तीनों सेनाओं के बीच संयुक्तता व समन्वय को प्रोत्साहित किया. उनके नेतृत्व में रक्षा साइबर एजेंसी और रक्षा अंतरिक्ष एजेंसी का विस्तार हुआ. इससे इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भारत की क्षमताओं को मजबूती मिली है. उन्होंने रक्षा उद्योग व शिक्षाविदों के साथ सहयोग को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में भी योगदान दिया.
पड़ोसी देशों के साथ रक्षा सहयोग बनाए रखने और क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए लेफ्टिनेंट जनरल मैथ्यू ने विभिन्न मंचों पर भारतीय सशस्त्र बलों का प्रतिनिधित्व किया. इसके अलावा, उन्होंने सशस्त्र बलों की मानवीय सहायता और आपदा राहत क्षमताओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. दिसंबर 1985 में पंजाब रेजिमेंट में कमीशन प्राप्त करने वाले जेपी मैथ्यू 9 जनवरी, 2022 को रेजिमेंट के कर्नल बने. उनकी शानदार सेवाओं के लिए उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया. उन्होंने रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट, मिलिट्री इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी जैसे संस्थानों में पाठ्यक्रमों की समीक्षा व सुधार कर महत्वपूर्ण सुधार किए. इसके साथ ही, सशस्त्र बलों में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित कर विविधता और समावेशन को भी बढ़ावा दिया.
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जीसीबी/एएस