उत्तर कोरिया ने अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद लॉन्च की बैलिस्टिक मिसाइल, 48 घंटे के भीतर किया दूसरा परीक्षण

सोल, 7 नवंबर . उत्तर कोरिया लगातार बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है. अब उत्तर कोरिया ने Friday को पूर्वी सागर की ओर कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की है.

बता दें, इससे ठीक एक दिन पहले उत्तर कोरिया ने अमेरिका की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर चेतावनी भी दी थी. दरअसल, अमेरिका ने दो नॉर्थ कोरियाई कंपनियों और आठ लोगों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया. अमेरिका का आरोप है कि इन कंपनियों और व्यक्तियों ने अवैध साइबर गतिविधियों के जरिए पैसों की धोखाधड़ी करके उसे वैध बनाने का काम किया.

अमेरिका के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि यह मिसाइल उत्तरी फ्योंगान के ताएगवान काउंटी के पास से दोपहर 12:35 बजे लॉन्च की गई थी. हालांकि, जेसीएस ने इस मामले से जुड़ी ज्यादा जानकारी साझा नहीं की.

जेसीएस ने कहा कि मिसाइल समुद्र में गिरने से पहले लगभग 700 किलोमीटर तक उड़ी. वहीं, मिसाइल की क्या खासियत है, इसे लेकर अभी डिटेल्स पर काम किया जा रहा है.

जेसीएस ने कहा कि दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी खुफिया अधिकारियों को उत्तर कोरिया की मिसाइल लॉन्चिंग की तैयारियों के बारे में पहले से ही जानकारी मिल गई थी. ऐसे में अधिकारियों ने उत्तर कोरिया पर पहले से ही अपनी कड़ी निगरानी रखी थी. इस लॉन्चिंग से जुड़ी संबंधित जानकारी अमेरिका और जापान के साथ साझा की गई है.

बता दें, नॉर्थ कोरिया ने Friday को इस साल का छठा बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण किया है. दक्षिण कोरिया के President ली जे म्युंग ने इसी साल जून में पदभार ग्रहण किया है. ऐसे में उनके President बनने के बाद से उत्तर कोरिया का यह दूसरा मिसाइल प्रक्षेपण था.

वहीं दूसरी ओर उत्तर कोरिया ने अमेरिकी प्रतिबंधों की निंदा करते हुए कहा था कि ये प्रतिबंध प्योंगयांग के प्रति वाशिंगटन की नफरत वाली नीति की पुष्टि करते हैं. इसके साथ ही उत्तर कोरिया ने धैर्य के साथ उचित कदम उठाने की चेतावनी भी दी थी.

बता दें, उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच कूटनीतिक संबंध को शुरू करने के लिए अमेरिकी President लगातार अपनी इच्छा जाहिर कर रहे हैं. ट्रंप ने इससे पहले दक्षिण कोरिया के दौरे के समय किम जोंग उन से मुलाकात की इच्छा जाहिर की थी. हालांकि, वह मुलाकात नहीं हो सकी थी, जिसके बाद अमेरिकी President की प्रतिक्रिया भी सामने आई थी. ऐसे में उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका की इस कार्रवाई ने बुझती हुई चिंगारी को हवा दे दिया है.

केके/एएस