साउथ कोरिया में ट्रंप के दौरे से पहले हरकत में आया उत्तर कोरिया, दो हाइपरसोनिक मिसाइल का किया परीक्षण

सियोल, 23 ​​अक्टूबर . उत्तर कोरिया ने Thursday को दो हाइपरसोनिक प्रोजेक्टाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. उन्होंने इसे महत्वपूर्ण हथियार प्रणाली बताते हुए कहा कि ये अत्याधुनिक मिसाइलें उत्तर कोरिया की युद्ध प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती हैं.

इससे पहले दक्षिण कोरिया की तरफ से जानकारी दी गई थी कि नॉर्थ कोरिया ने दो बैलिस्टिक मिसाइल दागे थे. अगले हफ्ते दक्षिण कोरिया में एपीईसी समिट होने वाला है. समिट से पहले उत्तर कोरिया की तरफ से गतिविधि बढ़ती नजर आ रही है.

कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने कहा, “प्योंगयांग नगर पालिका के रयोक्फो जिले से उत्तर-पूर्व दिशा में प्रक्षेपित दो हाइपरसोनिक प्रक्षेपास्त्रों ने उत्तरी हैमग्योंग प्रांत के ओरांग काउंटी में क्वेसांग चोटी के पठार पर स्थित लक्ष्य बिंदु को निशाना बनाया.”

केसीएनए ने बताया कि प्रशासन द्वारा पिछले दिन किया गया यह परीक्षण एक रक्षा क्षमता विकास कार्यक्रम का हिस्सा था. इसका उद्देश्य दुश्मनों के खिलाफ अपनी रणनीतिक प्रतिरोधक क्षमता की स्थिरता और प्रभावशीलता को बढ़ाना था.

उत्तर कोरिया ने Wednesday को साउथ कोरिया पर पांच महीने में पहली बैलिस्टिक मिसाइलें दागी.

योनहाप न्यूज एजेंसी के अनुसार, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि उसने उत्तर कोरिया के दक्षिणी उत्तरी ह्वांगहे के जुंगह्वा से सुबह लगभग 8:10 बजे उत्तर-पूर्व की ओर दागी गईं कई छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का पता लगाया.

जेसीएस ने कहा कि मिसाइलों ने लगभग 350 किलोमीटर की दूरी तय की. इसके साथ ही अधिकारी इस संभावना पर विचार कर रहे हैं कि ये मिसाइलें वही सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलें थीं, जिनका उत्तर कोरिया ने सितंबर 2024 में परीक्षण किया था.

सूत्रों का मानना है कि मिसाइलें पूर्वी सागर की बजाय अंतर्देशीय क्षेत्र में गिरी होंगी. इससे पहले उत्तर कोरिया ने पिछली बार 8 मई और 22 मई को पूर्वी सागर की ओर छोटी दूरी की बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें दागी थीं.

यह लॉन्च दक्षिण कोरिया द्वारा 31 अक्टूबर से 1 नवंबर तक होने वाले एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) शिखर सम्मेलन की मेजबानी से पहले हुआ है. एपेक समिट में President ट्रंप और चीनी President शी जिनपिंग दक्षिण कोरिया का दौरा करने वाले हैं.

केके/एबीएम