बेंगलुरु में भारी बारिश के बाद सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त

बेंगलुरु, 15 अक्टूबर . भारत की आईटी राजधानी बेंगलुरु में लगातार बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई. इसके साथ ही कई इलाकों में जलभराव की स्थिति के कारण लोगों को यातायात में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

सोमवार देर रात से लगातार हो रही बारिश ने पूरे शहर में यात्रियों और पैदल चलने वालों के लिए परेशानी पैदा कर दी.

मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक राजधानी में भारी बारिश की भविष्यवाणी करते हुए चेतावनी जारी की है. राज्य के 13 जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है.

राज्य के दक्षिणी हिस्से में स्थित बेंगलुरु शहरी, बेंगलुरु ग्रामीण, मांड्या, मैसूर, कोलार, चिक्काबल्लापुर, रामनगर, हासन, चामराजनगर और कोडागु में भारी बारिश का पूर्वानुमान है.

इसके अलावा, उडुपी, दक्षिण कन्नड़ और उत्तर कन्नड़ के तटीय जिलों में भारी बारिश की संभावना है, इन क्षेत्रों में गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, विशेष रूप से उत्तर कन्नड़ में हल्‍की बारिश होने की संभावना है.

भारी बारिश के कारण यात्रियों, विशेष रूप से वाहन सवारों और पैदल चलने वालों को काम पर जाने के दौरान काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इसके साथ ही बच्‍चों को स्‍कूल छोड़ने जा रहे पेरेंट्स को भी जलभराव की समस्‍या से जूझना पड़ा. पूरे शहर में ट्रैफिक जाम का भी बुरा हाल रहा.

मौसम विशेषज्ञों ने सप्ताहांत तक बेंगलुरु में बादल छाए रहने का अनुमान लगाया है, और वहीं अधिकारी भारी बारिश जारी रहने पर संभावित परिणामों को लेकर चिंतित हैं.

वहीं भारी बारिश के कारण ओकालीपुरम में प्रमुख रेलवे अंडरपास सहित कई अंडरपास में पानी भर गया, जिससे वाहन चालकों को काफी असुविधा हुई. यशवंतपुर, पीन्या 8वीं माइल और गोरागुंटेपल्या जैसे इलाकों में ट्रैफिक जाम के कारण कई किलोमीटर तक वाहन फंसे रहे.

अधिकांश सॉफ्टवेयर पेशेवरों ने आईटीपीएल और व्हाइटफील्ड तक पहुंचने के लिए मेट्रो सेवाओं का उपयोग करने का विकल्प चुना. हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक्स सिटी और इसके आसपास के इलाकों में जाने वालों को क्षेत्र में मेट्रो कनेक्टिविटी की कमी के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा.

एमकेएस/एएस