नोएडा पुलिस ने सर्विलांस की मदद से 101 गुमशुदा मोबाइल किए बरामद, फिर उनके स्वामियों को लौटाए

नोएडा, 18 सितंबर . कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर Police ने लोगों के गुमशुदा 101 कीमती स्मार्टफोन बरामद कर उनके असली स्वामियों को सौंप दिए. यह अभियान Police कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर चलाया गया.

Police उपायुक्त सेंट्रल नोएडा शक्ति मोहन अवस्थी के नेतृत्व और अपर Police उपायुक्त शैव्या गोयल तथा सहायक Police आयुक्त प्रथम वर्णिका सिंह के पर्यवेक्षण में सर्विलांस सेल व थाना फेस-2 Police टीम ने यह सफलता हासिल की.

Police के अनुसार, इन मोबाइल फोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट सेंट्रल नोएडा जोन के विभिन्न थानों में दर्ज थी. कई फोन बाजारों, सब्जी मंडियों, साप्ताहिक बाजारों, भीड़भाड़ वाले स्थानों, ऑटो-बस-मेट्रो में सफर के दौरान, टहलते समय या बड़े कार्यक्रमों में खो गए थे.

सर्विलांस टीम ने लगातार प्रयास कर इन्हें ढूंढ निकाला और संबंधित स्वामियों को सुपुर्द किया. बरामदगी के बाद Police उपायुक्त शक्ति मोहन अवस्थी ने टीम की सराहना करते हुए उन्हें 25,000 के इनाम से पुरस्कृत करने की घोषणा की.

Police ने इन सभी मोबाइल गुम होने के कुछ प्रमुख कारण बताए हैं. जिनके मुताबिक जांच में सामने आया कि गुमशुदा मोबाइल कई तरह की परिस्थितियों में लोगों से छूट गए थे, जैसे भीड़भाड़ वाले बाजारों, सब्जी व फल मंडियों में खरीदारी के दौरान धक्का-मुक्की या झुकने-बैठने पर फोन जेब से गिर जाना, ऑटो, टैक्सी, बस और मेट्रो में यात्रा करते समय मोबाइल भूल जाना, बाइक चलाते समय ढीले-ढाले कपड़ों में रखा मोबाइल स्पीड ब्रेकर पर गिर जाना और ई-रिक्शा की सवारी के दौरान झटके लगने से फोन गिर जाना.

खुले में काम करने वाले कारीगरों द्वारा काम खत्म होने के बाद भूलवश मोबाइल छोड़ जाना, सार्वजनिक पार्कों में खेलते या व्यायाम करते समय मोबाइल खो जाना, शादियों में नृत्य करते या बारातघर में कार्यक्रम के दौरान फोन छूट जाना, शराब के नशे में लोगों द्वारा मोबाइल कहीं भूल जाना.

इसके अलावा धार्मिक स्थलों- मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारों में मोबाइल छूट जाना. बड़े आयोजनों में भीड़भाड़ के बीच मोबाइल खो जाना. बच्चों द्वारा गेम खेलते समय मोबाइल कहीं रखकर भूल जाना. इस अभियान से लोगों को अपने कीमती मोबाइल फोन वापस मिले. नोएडा Police का कहना है कि भविष्य में भी ऐसे अभियानों को जारी रखा जाएगा ताकि लोगों को त्वरित राहत मिल सके.

पीकेटी/डीकेपी