लखनऊ, 3 अगस्त . उत्तर प्रदेश के नोएडा में मेट्रो की एक्वा लाइन में एडवांस पैसेंजर इंफॉर्मेशन डिस्प्ले सिस्टम (पीआईडीएस) लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
पहले से स्थापित इंफॉर्मेशन डिस्प्ले सिस्टम की जगह नया सिस्टम लगाया जाएगा. सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर में नए इंस्टॉलेशन व अपडेशन समेत अन्य जरूरी प्रक्रियाओं को पूरा किया जाएगा.
एक अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एनएमआरसी) के 21 स्टेशनों को पीआईडीएस से लैस किया जाएगा. प्रक्रिया में कुल 88 पीआईडीएस सिस्टम इंस्टॉल होंगे जो मेट्रो रेलवे प्लेटफॉर्म की दोनों तरफ लगाए जाएंगे. प्रत्येक स्टेशन के कॉनकोर्स में कुल 42 पीआईडीएस इंस्टॉल किए जाएंगे.
इस पूरी प्रक्रिया पर 11.27 करोड़ रुपये का खर्च होगा. इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए एनएमआरसी ने एजेंसी निर्धारण और कार्यावंटन की प्रक्रिया रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) के माध्यम से शुरू कर दी है.
एनएमआरसी मेट्रो रेल कॉरिडोर (एक्वा लाइन) 29.7 किलोमीटर लंबी है. इसे नोएडा ग्रेटर नोएडा मेट्रो रेल कॉरिडोर के नाम से जाना जाता है.
विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एक्वा लाइन के अंतर्गत कुल 21 मेट्रो स्टेशन हैं जो नोएडा सेक्टर 51 से शुरू होकर ग्रेटर नोएडा में डिपो स्टेशन पर समाप्त होते हैं.
परियोजना के अंतर्गत सेक्टर 51 मेट्रो स्टेशन के अप और डाउन प्लेटफॉर्म पर दो-दो यानी कुल चार पीआईडीएस इंस्टॉल होंगे. इसी प्रकार सेक्टर 50, सेक्टर 76, सेक्टर 81, सेक्टर 101, एनएसईजेड, सेक्टर 83, सेक्टर 137, सेक्टर 142, सेक्टर 143, सेक्टर 144, सेक्टर 145, सेक्टर 146, सेक्टर 147, सेक्टर 148, केपी-2, परी चौक, अल्फा-1, डेल्टा-1 तथा ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण मेट्रो स्टेशन के अप तथा डाउन प्लेटफॉर्म पर भी दो-दो यानी कुल चार पीआईडीएस इंस्टॉल होंगे.
वहीं, डिपो स्टेशन पर अप तथा डाउन प्लेटफॉर्म पर दो-दो पीआईडीएस के अतिरिक्त तीसरे प्लेटफॉर्म पर भी दो पीआईडीएस इंस्टॉल होंगे. इस प्रकार सबसे ज्यादा छह पीआईडीएस डिपो स्टेशन पर ही इंस्टॉल होंगे. योजना में सभी 21 स्टेशनों पर कुल मिलाकर 88 पीआईडीएस इंस्टॉल और अपग्रेड किए जाएंगे.
कार्य योजना के अनुसार, सभी स्टेशनों के प्लेटफॉर्म समेत कॉनकोर्स को भी पीआईडीएस युक्त किया जाएगा. इन कार्यों को पूरा करने के लिए समय सीमा 10 महीने निर्धारित की गई है. कार्यावंटन प्राप्त करने वाली एजेंसी को 24 महीने का डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड भी सर्व करना होगा.
सभी पीआईडीएस डिस्प्ले बोर्ड्स ट्रू कलर एलईडी बेस्ड होंगे. प्रक्रिया के अंतर्गत पीआईडीएस मैनेजमेंट सिस्टम भी इंस्टॉल होगा. इसके अतिरिक्त, पीआईडीएस मैनेजमेंट के लिए कॉमन वर्क स्टेशन भी विकसित किया जाएगा. आधुनिक पीआईडीएस सिस्टम के इंस्टॉलेशन से इस रूट पर यात्रियों तक जानकारियां पहुंचाने में एनएमआरसी को मदद मिलेगी.
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