मुरादाबाद, 23 अक्टूबर . भारतीय क्रिकेटर सरफराज खान का इंडिया-ए टीम में चयन न होने को लेकर Political बवाल तेज हो गया है. चयन समिति पर पक्षपात और भेदभाव के आरोप लग रहे हैं. इस मुद्दे पर Samajwadi Party के वरिष्ठ नेता और सांसद एसटी हसन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि खेलों में समुदाय और जातीय भेदभाव नहीं आना चाहिए, लेकिन मौजूदा हालात ऐसे हैं कि चयन प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं.
एसटी हसन ने से बातचीत में कहा कि जिस तरह से भारतीय टीमों में खिलाड़ियों का चयन हो रहा है, उससे यह संदेह होता है कि एक मुसलमान होने के नाते चयन प्रभावित होता है. खेल तो देश के लिए होता है न कि किसी धर्म या समुदाय के लिए.
उन्होंने कहा कि इस Government का जो ट्रैक रिकॉर्ड है, वह सबको मालूम है. मुसलमानों को पसंद नहीं किया जाता. अगर बीते 10 साल में मुसलमानों को निशाने पर नहीं लिया जाता और हिंदू-मुस्लिम की राजनीति नहीं होती, तो शायद लोगों के मन में ये बातें नहीं आतीं.
हसन ने कहा कि देश में किसी भी परीक्षा या चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं रही है. आज हर जगह सियासत और पैसे का प्रभाव है. खेल भी इससे अछूता नहीं है. Government का भ्रष्टाचार उजागर हो चुका है. अब यह खेल के मैदान तक पहुंच गया है.
Chief Minister के हालिया बयान में हलाल सर्टिफिकेट को लेकर उठाए गए सवालों पर एसटी हसन ने स्पष्ट प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मुसलमान हलाल मांस ही इस्तेमाल कर सकते हैं. जिस जानवर पर अल्लाह का नाम नहीं लिया गया या हलाल नहीं किया गया, उसका मांस हमारे लिए हराम है. यह हमारी धार्मिक परंपरा है, जिसे कोई नहीं रोक सकता.
एसटी हसन ने कहा कि मुसलमान जब बाहर भी खाना खाने जाते हैं, तो यह सुनिश्चित करते हैं कि खाना हलाल हो. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि “बहुत सारे सौंदर्य प्रसाधनों में भी हलाल या हराम का सवाल होता है. लिपस्टिक में भी चर्बी होती है.
उन्होंने Chief Minister योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए कहा कि एक तरफ तो वे हलाल सर्टिफिकेट को लेकर बयानबाजी करते हैं, वहीं दूसरी तरफ हिंदुस्तान से गल्फ देशों में हलाल सर्टिफिकेट के साथ हिंदू व्यापारी मीट का निर्यात कर रहे हैं. इस दोहरे रवैये पर वे क्या कहेंगे?
बिहार चुनाव में महागठबंधन के सीएम चेहरे के ऐलान पर Samajwadi Party के नेता एसटी हसन ने कहा, इंडिया महागठबंधन में महत्वपूर्ण बात यह है कि कांग्रेस और आरजेडी ने अपने Chief Minister और उपChief Minister , दोनों उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. एनडीए नीतीश कुमार को अपना Chief Minister पद का उम्मीदवार क्यों नहीं घोषित कर रहा है?
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एएसएच/वीसी