नई दिल्ली, 26 नवंबर . दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में प्रदूषण से लोगों को दूर-दूर तक राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के ताजे आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार सुबह 7:15 बजे तक दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 395 तक पहुंच गया.
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखने को मिल रही है. कई ऐसे इलाके हैं, जहां का एक्यूआई 400 से 500 के बीच बना हुआ है, जो बेहद चिंताजनक है. इनमें अलीपुर (415), आनंद विहार (436), अशोक विहार (419), डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज (403), जहांगीरपुरी (421), मेजर ध्यानचंद स्टेडियम (412), मंदिर मार्ग (409), मुंडका (440), नरेला (413), नेहरू नगर (419), पंजाबी बाग (412), शादीपुर (422), रोहिणी (432), सोनिया विहार (424), विवेक विहार (430) और वजीरपुर (422) शामिल हैं. इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सांस लेने में परेशानी और आंखों में जलन हो रही है.
इसके अलावा, राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई 300 से 400 के बीच दर्ज किया गया. इनमें आया नगर (369), बुराड़ी क्रॉसिंग (390), चांदनी चौक (358), मथुरा रोड (360), डीटीयू (383), द्वारका सेक्टर 8 (397), एयरपोर्ट (368), दिलशाद गार्डन (357), आईटीओ (382), जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (382), लोधी रोड (309), नजफगढ़ (385), नॉर्थ कैंपस डीयू (385), एनएसआईटी द्वारका (326), ओखला फेस-2 (392), पूसा (372), आर के पुरम (398), सिरी फोर्ट (394) और श्री अरविंदो मार्ग (388) शामिल हैं. बता दें कि दिल्ली में हर साल नवंबर-दिसंबर के आसपास प्रदूषण की स्थिति और गंभीर हो जाती है.
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए सोमवार से दिल्ली में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के चौथे चरण (ग्रैप-4) को लागू कर दिया गया है. ग्रैप-4 लागू किए जाने के बाद वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा कई कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं. दिल्ली में कारखानों, निर्माण कार्यों, और यातायात पर कड़ी पाबंदियां लगाई गई है. स्कूल भी बंद हैं.
प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है और औसत एक्यूआई 450 को पार कर जाता है तो ग्रैप का चौथा चरण लागू किया जाता है. ग्रैप-4 लागू होने के बाद प्रतिबंध सबसे ज्यादा और सबसे कड़े होते हैं. राजधानी में ट्रक, लोडर समेत अन्य भारी वाहनों को दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत नहीं है.
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पीएसके/केआर