नई दिल्ली, 23 नवंबर . विभिन्न क्षेत्रों में कारोबार करने वाले अदाणी समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) जुगेशिंदर सिंह ने शनिवार को समूह पर लगे फर्जीवाड़े के आरोपों पर बात की. समूह के कुल कारोबार में 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी अदाणी ग्रीन से जुड़े अनुबंध के बारे में आरोपों को उन्होंने खारिज कर दिया.
सिंह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि समूह की 11 सार्वजनिक कंपनियों या उनकी सहायक कंपनियों में से कोई भी अमेरिकी न्याय मंत्रालय (डीओजे) द्वारा दायर मामले में प्रतिवादी नहीं है, न ही उन पर गलत काम करने का आरोप है.
उन्होंने पोस्ट में लिखा, “अदाणी ग्रुप के पास 11 कंपनियों का पोर्टफोलियो है. उनमें से कोई भी अभियोग के अधीन (न्यूयॉर्क की एक अदालत में न्याय मंत्रालय की हालिया फाइलिंग में कानूनी प्रक्रियाओं के तहत प्रतिवादी) नहीं है. किसी भी इशूअर (हमारे पोर्टफोलियो में शामिल कंपनियां या विशिष्ट इशूअर जो उन कंपनियों की सहायक कंपनियां हैं) पर उक्त कानूनी फाइलिंग में किसी भी गलत काम का आरोप नहीं है.”
सिंह ने यह भी बताया कि समूह ने फरवरी 2024 के अपने ऑफरिंग सर्कुलर में संभावित जोखिमों का खुलासा किया था, और आरोप अब तक अप्रमाणित हैं.
सिंह ने कहा, “बहुत सारी खबरों और रिपोर्टों में असंबद्ध चीजों के साथ एक सनसनी फैलाने वाला शीर्षक बनाने की कोशिश होगी. मेरा विनम्र अनुरोध है कि हम कानूनी फाइलिंग में उल्लिखित मामले की विस्तार से समीक्षा करने के बाद कोई प्रतिक्रिया देंगे.”
उन्होंने कहा, “ध्यान दें कि किसी भी अदालत ने इस पर फैसला नहीं सुनाया है और जैसा कि अमेरिकी न्याय विभाग के वकीलों ने बताया है, ये “आरोप हैं और आरोपी को निर्दोष माना जाना चाहिए.”
अदाणी समूह के सीएफओ ने कहा कि वह एक बार परिषद की मंजूरी मिलने के बाद अधिक विस्तृत टिप्पणी करेंगे, ताकि हम “उन मामलों पर सार्वजनिक रूप से चर्चा कर सकें जो विचाराधीन हैं.”
अदाणी समूह ने पहले अमेरिकी न्याय मंत्रालय और अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग द्वारा अपनी सहायक कंपनी अदाणी ग्रीन के निदेशकों के खिलाफ लगाए गए आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि सभी संभव “कानूनी उपाय तलाशे जाएंगे”.
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एकेजे/एबीएम