ईवीएम को अनलॉक करने के लिए ओटीपी की जरूरत नहीं : रिटर्निंग ऑफिसर

नई दिल्ली, 16 जून . लोकसभा चुनाव में वोटिंग के दौरान नॉर्थ वेस्ट मुंबई लोकसभा क्षेत्र में कथित रूप से ईवीएम में हुई छेड़छाड़ पर रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने बयान जारी किया.

बयान में कहा गया है कि 27-मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के मतगणना केंद्र पर हुई घटना में एक उम्मीदवार के सहयोगी द्वारा अधिकृत व्यक्ति के मोबाइल फोन का अनाधिकृत रूप से उपयोग किया गया. इस मामले में रिटर्निंग अधिकारी की ओर से आपराधिक मामला दर्ज किया जा चुका है.

ईवीएम को अनलॉक करने के लिए मोबाइल फोन पर कोई ओटीपी नहीं होता है, क्योंकि यह नॉन प्रोग्रामेबल है और इसमें वायरलेस संचार क्षमता नहीं है. एक अखबार द्वारा झूठ फैलाया जा रहा है, जिसका इस्तेमाल कुछ नेता झूठी कहानी बनाने के लिए कर रहे हैं.

ईवीएम एक स्टैंड अलोन डिवाइस है, जिसमें ईवीएम सिस्टम के बाहर की इकाइयों के साथ कोई वायर्ड या वायरलेस कनेक्टिविटी नहीं होती है. किसी भी तरह की हेराफेरी की संभावना को खत्म करने के लिए तकनीकी विशेषताएं और मजबूत सुरक्षा उपाय किए गए हैं. सुरक्षा उपायों में उम्मीदवारों या उनके एजेंटों की मौजूदगी में हर काम करना शामिल है.

ईटीपीबीएस की गिनती भौतिक रूप (पेपर बैलेट) में होती है, न कि इलेक्ट्रॉनिक रूप में, जैसा कि झूठी कहानियों के माध्यम से फैलाया जा रहा है.

ईटीपीबीएस और ईवीएम काउंटिंग और पोस्टल बैलेट काउंटिंग (ईटीपीबीएस सहित) के लिए हर टेबल पर हर काउंटिंग शीट पर काउंटिंग एजेंटों द्वारा हस्ताक्षर किए जाते हैं.

रिटर्निंग ऑफिसर ने ईवीएम के बारे में गलत सूचना फैलाने और भारतीय चुनाव प्रणाली में संदेह पैदा करने के लिए ‘मिड-डे’ अखबार को नोटिस जारी किया है.

बता दें कि मुंबई पुलिस ने मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से सांसद रवींद्र वायकर के साले मंगेश पंडिलकर के खिलाफ चुनावी नतीजों के दिन मतगणना केंद्र पर कथित तौर से मोबाइल को इस्तेमाल करने का मामला दर्ज किया है.

आरोप है कि मंगेश पंडिलकर 4 जून को पाबंदी के बावजूद एक चुनाव अधिकारी का मोबाइल लेकर गोरेगांव के काउंटिंग सेंटर के अंदर गए थे. पंडिलकर ने कथित तौर पर मुंबई के गोरेगांव इलाके में मतगणना केंद्र के अंदर मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था.

पीएसके/एबीएम