पटना, 4 दिसंबर . बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में इस साल भी सेंटर फॉर लीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) की ओर से पुस्तक मेला का आयोजन किया जा रहा है. यह पुस्तक मेला छह दिसंबर से शुरू होकर 17 दिसंबर तक लगेगा. इस बार की थीम ‘ पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो अभी’ रखा गया है. इस बार पटना पुस्तक मेला भारत की लोकप्रिय गायिका पद्मभूषण शारदा सिन्हा और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित चर्चित लेखिका उषा किरण खान को समर्पित किया गया है.
इस पुस्तक मेला का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे. इस समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं विजय कुमार सिन्हा विशिष्ट अतिथि होंगे.
40 वर्षों से लगने वाले पटना पुस्तक मेले के लिए गांधी मैदान सजधज कर तैयार है. इस बार पटना पुस्तक मेला अपनी पुरानी जगह पर गेट नंबर पांच की और लगेगा. छह और 10 नंबर गेट की ओर से भी पुस्तक प्रेमी गांधी मैदान में प्रवेश कर सकते हैं. इस बार पटना पुस्तक मेला में तीन गेट से प्रवेश करने की सुविधा रहेगी. तीनों गेट पर टिकट काउंटर भी होगा.
चर्चित लेखक और सीआरडी पटना पुस्तक मेला के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने बुधवार को बताया कि पटना पुस्तक मेला इस बार अपने दो प्रमुख मंचों के साथ विविध कार्यक्रमों से गुलजार होगा. इस बार यूनिसेफ के साथ मिलकर बच्चों को प्रेरित करने के लिए ‘बच्चे जैसे कथा कहानी’ कार्यक्रम किया जा रहा है. इसमें देश के मशहूर किस्सागो डॉक्टर कुमार विमलेन्दु बच्चों को कहानी लिखना सिखाएंगे.
इस बार पटना के मोहल्ले का स्मरण करना भी पटना पुस्तक मेला का ध्येय होगा, इसलिए तीनों गेट का नाम क्रमशः अशोक राजपथ, बोरिंग रोड और फ्रेजर रोड होगा. प्रशासनिक भवन राजेंद्र नगर के नाम से जाना जाएगा, वहीं श्रीकृष्णा पुरी और पाटलिपुत्र कॉलोनी के नाम से हमारे मंच जाने जाएंगे. कला मुआयना कंकड़बाग, सिनेमा उनेमा बाकरगंज, हरियाली रंगोत्सव कुर्जी के नाम से पहचाना जाएगा.
फूड कोर्ट और अन्य ब्लॉक के नाम मारुफगंज, खेमनीचक, दानापुर, किदवईपुरी, राजा बाजार, खगौल, अनीसाबाद, अदालतगंज होंगे.
युवाओं और बच्चों के लिए जानो जंगसन द्वारा विविध प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी वहीं प्रभा खेतान फाउंडेशन द्वारा कलम कार्यक्रम आयोजित होगा. इसके अंतर्गत मशहूर लेखक सुधीश पचौरी और सच्चिदानंद जोशी शामिल होंगे.
इस मेले में प्रमुख प्रकाशकों में प्रभात प्रकाशन, राजकमल, वाणी, प्रकाशन संस्थान, नॉवेल्टी एंड कंपनी, समयक प्रकाशन, ज्ञान गंगा, प्रकाशन विभाग, साहित्य अकादमी, नेशनल काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ उर्दू लैंग्वेज, मर्कजा मकतबा, जनचेतना, दारुल इशात, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, फॉरवर्ड प्रेस, अग्रवाल ग्रुप ऑफ़ पब्लिकेशन, राष्ट्रीय एटलस, उपहार प्रकाशन, ओसवाल लर्निंग, ओसवाल प्रिंटर्स, दिशा पब्लिकेशन्स, आदि होंगे. पहली बार भाग लेने वाले प्रकाशकों में अनबाउंड स्क्रिप्ट, फिजिक्सवाला, युकियोटा पब्लिशिंग आदि भाग ले रहा है.
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एमएनपी/एएस