Patna, 27 जुलाई . जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार ने Chief Minister नीतीश कुमार के उस फैसले को विकास का मॉडल बताया है, जिसमें Chief Minister नीतीश कुमार ने बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है.
Sunday को से बातचीत के दौरान जदयू नेता ने कहा नीतीश कुमार की नीतियां समाज के गरीब और वंचित वर्गों, विशेष रूप से सफाई कर्मचारियों को सामाजिक न्याय और विकास प्रदान करती हैं. नीरज कुमार ने इसे डॉ. राम मनोहर लोहिया, डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने वाला कदम बताया है, जो समाज के हर तबके के उत्थान पर केंद्रित है.
उन्होंने कहा कि बिहार जो आज करता है, वही देश आगे अपनाता है.
बिहार की कानून-व्यवस्था पर Union Minister चिराग पासवान के बयान पर जदयू नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि मन को स्वस्थ रखें. अगर मन अस्वस्थ रहेगा तो हृदय में अशुद्धियां पैदा होंगी. अशुद्धियां दुःख का कारण बनेंगी और दुःख बेचैनी का कारण बनेगा. बेचैनी से बचना चाहिए, क्योंकि यह शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा नहीं है. जब शारीरिक स्वास्थ्य ठीक नहीं होगा तो Political परिस्थितियों में भी परेशानी होगी.
सपा सांसद रामजीलाल सुमन के बयान पर उन्होंने कहा कि Samajwadi Party के सांसद का क्या इरादा है, मुझे नहीं पता और इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है. लेकिन डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान में कहा था कि सामाजिक असमानता मौजूद है, इसलिए सामाजिक सुरक्षा के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया था. स्वामी विवेकानंद ने भी कहा था कि धर्मांतरण तलवार के बल पर नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक कारणों से होता है. उन्होंने कहा कि जब सपा को सत्ता संभालने का मौका मिला तो सामाजिक असमानता को दूर करने के लिए कोई काम नहीं किया गया.
तेजप्रताप यादव के निर्दलीय चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने पिता लालू प्रसाद यादव की टोपी छोड़कर दूसरी टोपी पहन ली है. जनता जानना चाहती है कि वह किसे टोपी पहना रहे हैं. उन्होंने तेजप्रताप यादव के इस कदम को राजनीति से प्रेरित बताया है क्योंकि अगर उन्हें राजद ने पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया है तो विधानसभा में उनकी कुर्सी तेजस्वी यादव के बगल में क्यों रिजर्व रखी गई है?
जदयू के वरिष्ठ नेता ने ऑपरेशन सिंदूर को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की सराहना की. उन्होंने कहा, हमारी युवा पीढ़ी को इस पाठ्यक्रम से जानकारी मिलेगी कि कैसे हमारी सेना ने 9 आतंकी ठिकानों को 22 मिनट में ध्वस्त कर दिया. पाठ्यक्रम में भारतीय सेना की शौर्य गाथा को दर्शाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम नई पीढ़ी को देश की सैन्य ताकत और रणनीतिक क्षमता से परिचित कराएगा. उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम छात्रों में देशभक्ति और मानसिक प्रतिबद्धता को बढ़ाएगा, जिससे वे राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता के प्रति जागरूक होंगे.
–
डीकेएम/एएस