पटना, 25 फरवरी . नौकरी के बदले जमीन (लैंड फॉर जॉब) मामले में दिल्ली की एक कोर्ट द्वारा राजद अध्यक्ष लालू यादव और उनके परिवार वालों को समन किए जाने पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि रेलवे में नौकरी के बदले जमीन और प्रॉपर्टी लेना कानून के खिलाफ है, यह जगजाहिर हो चुका है.
उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति यह समझ ले कि वह कानून से ऊपर है, वह भ्रम में है. जब आप भ्रष्टाचार करते हैं तो कानून सजा दिलाने के लिए काम करता है. कानून के हाथ लंबे होते हैं. कार्रवाई हो रही है. कोर्ट ने समन किया है. जो जैसा करेगा, वैसा भरेगा.
पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि गीता में यह स्पष्ट लिखा है. लालू यादव तो गीता पढ़ते नहीं हैं और न बच्चों को पढ़ने देते हैं.
उन्होंने विपक्ष के नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा कि राजद और कांग्रेस के 15 साल के कार्यकाल में क्या हाल था, एक भी उद्योग नहीं लगा, लोगों ने पलायन किया. लेकिन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में वातावरण ठीक हुआ है. बिहार में उद्योग लगने शुरू हुए हैं.
उन्होंने कहा कि राजद-कांग्रेस के राज में सिर्फ घोटाले हुए हैं. बिहार घोटाले के लिए बदनाम हुआ. चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, वर्दी घोटाला हुआ. जब वे (लालू यादव) जेल गए तब कांग्रेस की सरकार थी. किसी की भी सरकार हो, कानून के हाथ लंबे होते हैं. किसी का यह आरोप लगाना कि केंद्र सरकार सीबीआई, ईडी का दुरुपयोग कर रही है, गलत है.
उन्होंने कहा कि इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में राजद का सूपड़ा साफ हो जाएगा. बिहार के लोगों ने जंगलराज देखा है, जिसमें अपराधी खुलेआम घूमते थे. जनता विकास चाहती है. प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर विश्वास है. नीतीश कुमार एनडीए के नेता हैं और उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे.
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एमएनपी/एबीएम