नीतीश कुमार यथार्थवादी व्यक्ति, शराबबंदी में हो रही अनियमितताओं पर सोचें : जीतन राम मांझी

पटना,13 सितंबर . केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार में शराबबंदी को लेकर खास सलाह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दी है. इस मसले को लेकर सीएम की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए गंभीर चिंतन करने को भी कहा.

बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर मांझी ने कहा, “शराबबंदी कानून के बारे में हम हमेशा कहते रहे हैं कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है. हम सबने मिलकर शराबबंदी कानून बनाया है. हम इसे बुरा क्यों कहेंगे? लेकिन इसके कामकाज में अनियमितताएं हैं. गरीब लोग भी अगर थोड़ा सा भी शराब पीते हैं तो उन्हें जेल भेज दिया जाता है. हजारों-लाखों लीटर शराब की तस्करी करने वाले छूट रहा है.

केंद्रीय एमएसएमई मंत्री ने आगे कहा, दूसरी बात, अगर हम सब रात में शराब पीते हैं तो पकड़े नहीं जाते. ऐसा नहीं होना चाहिए. उन्होंने इस मामले में तीन बार समीक्षा की है इसके लिए मैं सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद देता हूं और मेरा कहना है कि चौथी बार भी समीक्षा करनी चाहिए. नीतीश कुमार एक यथार्थवादी व्यक्ति हैं. वह इन मामलों को गंभीरता से लें कि इसमें कितने गरीब प्रताड़ित हैं. करीब साढ़े चार लाख गरीब लोग विभिन्न प्रकार के मामलों में जेल में बंद हैं. ऐसा नहीं होना चाहिए. इस पर संज्ञान लेना चाहिए.

इसके साथ ही मांझी ने इंडी अलायंस के घटक दलों की मंशा को लेकर सवाल खड़े किए. तेजस्वी यादव के नीतीश कुमार सुषुप्त अवस्था वाले तंज पर पूछे गए सवाल पर बोले, तेजस्वी यादव सपना देख रहे हैं. कोई रात में सपना देखता है तो कोई दिन में सपना देख रहा है. उन्हें सपना देखते रहने दीजिए.

वहीं, राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयानों पर भी प्रतिक्रिया दी. मांझी ने कहा कि राहुल गांधी देश विरोधी काम कर रहे हैं . वह “घर का भेदी लंका ढाए” का काम कर रहे हैं . हमारे देश में बहुत अच्छे काम हो रहे हैं . उन्हें वहां जाकर इस बारे में बात करनी चाहिए . पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यहां जो कुछ भी हो रहा है वह बहुत अच्छा हो रहा है . वर्ष 2027 में हम आर्थिक दृष्टिकोण से दुनिया के तीसरे सबसे शक्तिशाली देश बन रहे हैं . वर्ष 2047 में हम पहली शक्ति बनेंगे . पीएम मोदी एक विश्व स्तरीय नेता के रूप में उभर रहे हैं . वह यूक्रेन-रूस युद्ध को समाप्त करने के लिए एक विश्व शांतिदूत के रूप में योगदान दे रहे हैं . उन्हें देश के बाहर जाकर इन सब चीजों के बारे में बात करनी चाहिए .

बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफे की पेशकश पर भी मांझी बोले. कहा कि अगर ममता बनर्जी में थोड़ी भी समझ होती तो वो दो महीने पहले ही इस्तीफा दे देतीं. वो एक महिला हैं और उनके राज्य में महिलाओं के साथ ऐसी घटनाएं हो रही हैं. वो इसलिए नखरे दिखा रही हैं क्योंकि कानून व्यवस्था राज्य का मामला है. वो स्थिति को संभाल नहीं पाईं और दूसरे तरीके से ड्रामा कर रही हैं. वो खुद को बचाने के लिए सत्ता की लालच में हैं. उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.

आरके/केआर