नीति आयोग ने भारत में बुजुर्गों की देखभाल के लिए तकनीक व एआई को प्राथमिकता देने का किया आह्वान

नई दिल्ली, 19 फरवरी . सोमवार को नीति आयोग ने कहा कि भारत में बुजुर्गों की देखभाल के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) पर ध्यान देना बहुत जरूरी है.

नीति आयोग ने शुक्रवार को “भारत में वरिष्ठ देखभाल सुधार: वरिष्ठ देखभाल प्रतिमान की पुनर्कल्पना” शीर्षक से एक स्थिति पत्र जारी किया.

नीति आयोग के चेयरमैन सुमन बेरी ने इस खास मौके पर कहा, ”विकसित भारत 2047” के उद्देश्य को प्राप्त करने की दिशा में यह भारत सरकार द्वारा उठाया गया प्रतिबद्धतापूर्ण कदम है.”

उन्होंने कहा, ”उच्च स्तर की देखभाल के लिए व्यापक स्तर पर तकनीक को प्राथमिकता देना हम सभी के लिए जरूरी हो जाता है. अब समय आ गया है कि चिकित्सा और सामाजिक आयामों के अलावा वरिष्ठों देखभाल के विशेष आयामों के बारे में भी सोचा जाए.”

स्थिति पत्र में सिफारिशें सशक्तिकरण, सेवा वितरण और चार मुख्य क्षेत्रों के तहत उनके समावेशन के संदर्भ में आवश्यक विशिष्ट हस्तक्षेपों को वर्गीकृत करती हैं.

वहीं, नीति आयोग के अध्यक्ष डॉ वीके पॉल ने कहा, ”यह वह समय है, जब उम्र बढ़ने को गरिमा से प्रेरित, सुरक्षित और उत्पादक बनाने पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए. हमें बुजुर्गों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और भलाई और देखभाल पर अधिक जोर देने की जरूरत है.”

रिपोर्ट वरिष्ठ नागरिकों की बढ़ती चिकित्सा और गैर-चिकित्सा आवश्यकताओं को पहचानकर वरिष्ठ देखभाल की सीमाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करती है. इस प्रकार एक प्रभावी और समन्वित वरिष्ठ देखभाल नीति तैयार करने के लिए एक बहु-आयामी रणनीति की कल्पना करती है.

सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग, सामाजिक न्याय मंत्रालय के सचिव, सौरभ गर्ग ने कहा, “रिपोर्ट वरिष्ठों के देखभाल पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए क्या करने की आवश्यकता है, इस पर कार्रवाई का आह्वान है.”

उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का व्यापक ध्यान सम्मान के साथ उम्र बढ़ने, घर पर उम्र बढ़ने और उत्पादक उम्र बढ़ने पर है, जिसमें सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य पहलू शामिल होंगे.

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