मुंबई, 12 जून . किरण राव निर्देशित फिल्म ‘लापता लेडीज’ से मशहूर हुई एक्ट्रेस नितांशी गोयल ने गुरुवार को अपना 18वां जन्मदिन सेलिब्रेट किया. इस खास मौके पर उन्होंने बचपन की यादें ताजा कीं और बताया कि उनका सबसे बेहतरीन बर्थडे वह था, जब उनके माता-पिता ने घर पर एक बार्बी थीम वाली पार्टी रखी थी.
से बात करते हुए एक्ट्रेस ने अपनी बचपन की यादें साझा कीं. उन्होंने बताया कि यह एक ऐसी याद है, जिसे सोचकर वह खिल उठती हैं.
एक्ट्रेस ने कहा, “मेरा सबसे यादगार जन्मदिन वो था, जब मेरे मम्मी-पापा ने मुझे घर पर बार्बी थीम वाली पार्टी देकर सरप्राइज किया था. उस पार्टी में मेरे सभी दोस्त आए थे, वहां एक जादूगर था. पार्टी में कई मजेदार गेम भी थे और मेरा पसंदीदा पिंक केक भी था. उस दिन मैं खुद को दुनिया की सबसे खुशकिस्मत लड़की महसूस कर रही थी. आज भी उस दिन को याद करके मेरे चेहरे पर मुस्कान आ जाती है.”
से बात करते हुए उन्होंने आगे बताया कि वह अपना खास दिन कैसे सेलिब्रेट करने वाली हैं.
उन्होंने कहा, “इस साल मैं अपना जन्मदिन सादगी और दिल से मना रही हूं. दिन की शुरुआत मैंने अपने परिवार के साथ शांत और प्यारे पल बिताकर की, जो हमेशा मेरी सबसे बड़ी ताकत रहे हैं. अब कुछ करीबी दोस्तों से मिलूंगी, शायद एक-दो केक भी काटूं. मुझे अपने जन्मदिन का एक हिस्सा दूसरों की मदद करके बिताना बहुत अच्छा लगता है, इसलिए मैं बच्चों के आश्रय जाने का प्लान बना रही हूं. वहां जाकर मुझे बहुत सुकून मिलता है.”
जब एक्ट्रेस से सवाल किया गया कि पिछले कुछ सालों में उनके लिए जन्मदिन का मतलब कैसे बदल गया है, इस पर उन्होंने कहा कि अब उनके लिए जन्मदिन का मतलब आभार व्यक्त करने से है.
नितांशी ने कहा, “जब मैं बच्ची थी, तब मेरे लिए जन्मदिन का मतलब था, गुब्बारे, केक, रिटर्न गिफ्ट्स और बहुत सारा एक्साइटमेंट. अब जन्मदिन मेरे लिए एक मौका बन गया है, शुक्रिया करने का, रुक कर सोचने का कि मैंने अब तक क्या-क्या हासिल किया है और मुझे कितना प्यार मिला है. हर साल के साथ मैं जश्न से ज्यादा उन अनुभवों और अपने आसपास के लोगों को अहमियत देने लगी हूं.”
उन्होंने अपने आने वाले साल को लेकर अपनी उम्मीदें भी बताईं.
एक्ट्रेस ने कहा, “मैं चाहती हूं कि मैं अपने काम में बेहतर बनूं, दुनिया को और अच्छे से समझ सकूं, और एक इंसान के तौर पर भी आगे बढ़ूं.”
नितांशी कहती हैं, “मैं ऐसे किरदार निभाना चाहती हूं, जो मेरे लिए कुछ मायने रखते हों, ऐसे लोगों के साथ काम करना चाहती हूं, जो मुझे प्रेरणा दें और ऐसी कहानियां कहना चाहती हूं, जो लोगों के दिलों को छू जाएं. सबसे जरूरी बात, मैं चाहती हूं कि चाहे जिंदगी मुझे जहां भी ले जाए, मैं हमेशा जमीन से जुड़ी रहूं और शुक्रगुजार बनी रहूं.”
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पीके/एबीएम