रांची, 2 दिसंबर . भारतीय जनता पार्टी के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने हाल ही में झारखंड की झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार को घेरते हुए कहा था कि राज्य में हम एनआरसी लागू करवाएंगे और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बोरे में बंद करके बाहर करेंगे. कोई घुसपैठिया राज्य में नहीं रह जाएगा. राज्य में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद मंदिरों पर हमले किए जा रहे हैं.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और प्रवक्ता मनोज पांडेय ने पलटवार करते हुए निशिकांत दुबे को “हताश और निराश व्यक्ति” बताया. उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने यह तय कर लिया है कि इन जैसे लोगों को ही वापस भेज दिया जाएगा. झारखंड की जनता सब जानती है.
उन्होंने से बात करते हुए कहा, “यह व्यक्ति हताश और निराश हैं, और ऐसी भाषा का प्रयोग केवल वही कर सकते हैं. उनके निर्वाचन क्षेत्र गुड्डा में उन्हें पूरी तरह से जनता ने नकार दिया है. उनका एक भी विधानसभा सीट पर खाता नहीं खुल सका. अब इन्हें यह लगने लगा है कि उनका समय समाप्त होने वाला है.”
बोरे में बंद करके भेजने वाले बयान पर उन्होंने कहा, “झारखंड की जनता ने यह तय कर लिया है कि इन जैसे लोगों को ही वापस भेज दिया जाएगा. यह संदेश विशेष रूप से गोड्डा लोकसभा क्षेत्र की जनता ने दिया है क्योंकि ये लोग 1932 के खतियान की बात करते हैं, जबकि स्वयं इनका इससे कोई संबंध नहीं है. इसलिए, जब “बोरे में भरकर भेजने” की बात होगी, तो झारखंड की जनता ऐसे लोगों को ही बोरे में भरकर भेजेगी. उसकी शुरुआत हो चुकी है.”
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पीएसएम/एकेजे