पांचवीं क्लास से ही बॉक्सिंग शुरू कर चुके थे निशांत देव, आज ‘प्रोफेशनल बॉक्सिंग’ में जमा रहे धाक

करनाल, 15 जून . प्रोफेशनल बॉक्सिंग की दुनिया में कदम रख चुके भारतीय मुक्केबाज निशांत देव ने रविवार को सुपर वेल्टरवेट वर्ग में मैक्सिको के जोस्यू सिल्वा को शिकस्त दी. बेटे की इस जीत से माता-पिता काफी खुश हैं.

प्रोफेशनल बॉक्सिंग एक खतरनाक गेम है, जिसमें खिलाड़ी के लहूलुहान होने के बाद भी मुकाबला नहीं रुकता, जब तक बॉक्सर गिर ना जाए. निशांत की मां प्रियंका देव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके बेटे ने बहुत अच्छा खेला है. बेटे को जीतता देखकर उन्हें बहुत अच्छा लगा. यह ऐसा खेल है जब खेलेंगे तो चोट लगती रही रहेगी. लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है.

मां ने अपने बेटे के संघर्ष को याद करते हुए बताया, “निशांत जब पांचवीं क्लास में था, तभी से बॉक्सिंग के लिए स्टेडियम में जाने लगा. वह स्कूल में पढ़ाई भी करता और इसके बाद शाम में स्टेडियम जाता. इसके बाद घर आकर अपना होमवर्क पूरा करता था. फिर सुबह चार बजे उठकर वह फिर से प्रैक्टिस के लिए जाता था.”

निशांत के पिता पवन देव ने कहा, “यह निशांत की दूसरी बाउट थी. वह जबरदस्त खेला है. उन्होंने इस बार पूरे छह राउंड रिंग में रहने का अनुभव किया है. यह एक खतरनाक गेम है.”

निशांत देव और जोस्यू सिल्वा के बीच यह मुकाबला न्यूयॉर्क के प्रतिष्ठित मैडिसन स्क्वायर गार्डन थिएटर में खेला गया. निशांत ने छह दौर की इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया. तीनों जज ने उनके पक्ष में 60 -54 अंक दिए.

करनाल के बॉक्सर ने विश्व पटल पर एक बार फिर हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे देश का परचम लहराया है. यह निशांत देव का दूसरा पेशेवर मुकाबला था. इससे पहले उन्होंने लास वेगास के कॉस्मोपॉलिटिन में अमेरिका के एल्टन विगिंस को शिकस्त दी थी.

निशांत देव भारत के लिए 2024 ओलंपिक भी खेल चुके हैं, जहां यह मुक्केबाज क्वार्टर फाइनल तक पहुंचा था. निशांत वर्ल्ड चैंपियनशिप में भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल भी जीत चुके हैं.

प्रोफेशनल बॉक्सिंग में विश्व के दिग्गज मुक्केबाज हिस्सा लेते हैं, जिसमें निशांत देव अपनी कद-काठी का भरपूर फायदा उठाते नजर आ रहे हैं.

आरएसजी/एएस