नोएडा, 19 फरवरी . नोएडा के थाना सेक्टर-58 पुलिस ने खाली प्लॉट पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर उस पर लोन अप्लाई करने और अवैध कब्जा करने की कोशिश करने वाले गिरोह के सरगना सहित नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
इस मामले में पुलिस ने देवाशीष शर्मा (25), इतेश पौशवाल (54), नीरज झा (48), अनिल भडाना (41), विभूति (46), संजय शाह, कप्तान (44), राकेश बिष्ट (52) और नितीश पौशवाल (25) को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों से कई फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं.
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित ने थाने में सूचना दी थी कि उनका प्लॉट सेक्टर 55 के ए-6 में स्थित है, जिसका क्षेत्रफल 375 स्क्वायर मीटर है. उनके पिता 84 वर्ष के हैं और चलने-फिरने में असमर्थ हैं. उन्होंने 12 अगस्त 2024 को फर्जी तरीके से ट्रांसफर डीड पर हस्ताक्षर किए थे.
14 फरवरी को पीड़ित ने अपने प्लॉट में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में कुछ लोगों को ताला तोड़ते देखा. जब वह पहुंचे तो आरोपी भाग गए. सूचना मिलते ही पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की.
जांच में पुलिस के सामने चौंकाने वाले तथ्य सामने आए, जिसके मुताबिक गिरोह के सरगना राकेश बिष्ट और देवाशीष शर्मा थे. दोनों लंबे समय से एक-दूसरे को जानते थे.
राकेश बिष्ट ने देवाशीष को बताया कि विवादित संपत्तियों पर कब्जा करने के लिए उसे मदद मिल सकती है. देवाशीष ने राकेश को एक खाली पड़े प्लॉट के बारे में बताया. दोनों ने मिलकर 2023 में फर्जी दस्तावेज तैयार किए और केदारनाथ राय के नाम से एक फर्जी फर्म रजिस्टर्ड कराई.
इसके बाद इन लोगों ने लोन लेने के लिए फर्जी सेल एग्रीमेंट तैयार किए और बैंक से 50 लाख रुपए का लोन लिया. इन लोगों ने लोन के कुछ रुपए आपस में बांट लिए, जिसमें से 15 लाख रुपए राकेश बिष्ट और 9 लाख रुपए देवाशीष ने प्राप्त किए.
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पीकेटी/एबीएम