निक्की हत्याकांड : आरोपी विपिन भाटी के वकील ने घटना पर उठाए सवाल, पुलिस से की निष्पक्ष जांच की मांग

ग्रेटर नोएडा, 3 सितंबर . ग्रेटर नोएडा के निक्की हत्याकांड को लेकर मुख्य आरोपी विपिन भाटी के वकील मनोज भाटी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. मनोज भाटी ने कहा कि जांच में कई पेंच हैं, इसलिए इसको कमजोर करने की कोशिश हो रही है.

वकील मनोज भाटी ने से बातचीत में कहा, “फोर्टिस अस्पताल के एमएलसी (मेडिको-लीगल केस) के मुताबिक मृतका की मौत सिलेंडर फटने से हुई है, यह हत्या का मामला कहां है? इस मामले में चल रही जांच में कई खामियां हैं. जांच ठीक और निष्पक्ष तरीके से की जाए.”

उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य शुरू से यही रहा है कि एक निष्पक्ष जांच हो. मामले को कमजोर करने की कोशिशें हो रही हैं. जांच अभी चल रही है, जैसे ही कुछ स्पष्ट होगा, तुरंत ही केस दर्ज करा दिया जाएगा. social media कानूनी सबूत नहीं है. वहां कुछ भी गलत पोस्ट किया जा सकता है. social media से कुछ भी वास्तविक नहीं मिलता, न तो social media और न ही कानून उस आधार पर चलता है.”

विपिन भाटी के वकील ने कहा, “हम इस मामले में पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई की है. घटना को social media पर फैलाया गया था. हम जल्द ही सभी को जमानत दिलाने की कोशिश करेंगे.”

निक्की हत्याकांड मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. इस मामले में अब तक 4 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

इस बीच, रोहित की पत्नी और निक्की की भाभी मीनाक्षी भाटी ने से बातचीत में कहा था, “2016 में रूपवास गांव में निक्की के भाई रोहित से मेरी शादी हुई थी. शादी के डेढ़ महीने बाद दहेज के लिए मेरे साथ मारपीट की जाने लगी. मुझे पीटते थे, दहेज की मांग करते थे. मेरे पापा द्वारा दी गई गाड़ी को लेकर कहते थे कि ये गाड़ी मुझे पसंद नहीं.”

बता दें कि निक्की की शादी 2016 में हुई थी. परिवारवालों ने आरोप लगाया कि निक्की को जलाने से पहले उस पर ज्वलनशील पदार्थ डाला गया था.

निक्की हत्याकांड में चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसमें निक्की की सास, ससुर, जेठ और पति शामिल हैं. सबसे पहले पति विपिन भाटी की गिरफ्तारी हुई थी. इसके बाद निक्की की सास दया भाटी की गिरफ्तारी हुई. फिर निक्की के जेठ रोहित भाटी और ससुर सत्यवीर भाटी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. कोर्ट ने 25 अगस्त को चारों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था.

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