Mumbai , 26 अगस्त . भारत में घरेलू मांग बढ़ने का फायदा शेयर बाजार को भी मिलेगा. इस कारण आने वाले 12 महीनों में निफ्टी 27,609 के स्तर को छू सकता है. यह जानकारी Tuesday को जारी की गई एक रिपोर्ट में दी गई.
पीएल कैपिटल की लेटेस्ट इंडिया स्ट्रेटेजी रिपोर्ट में संकलित आंकड़ों के अनुसार, कम महंगाई दर, करों में कटौती, सामान्य मानसून और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा हाल ही में की गई ब्याज दरों में कटौती सहित कई कारक व्यापक उपभोग वृद्धि के लिए परिस्थितियां पैदा कर रहे हैं.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति (खुदरा महंगाई दर) घटकर 1.6 प्रतिशत रह गई है, जबकि सामान्य बारिश से ग्रामीण आय में वृद्धि हो रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 26 में टैक्स में एक लाख करोड़ रुपए की कटौती से मांग को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है. साथ ही, आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में कटौती से हाउसिंग, कार और पर्सनल लोन की मांग बढ़ने की उम्मीद है.
इसके अतिरिक्त जीएसटी सुधार से अप्रत्यक्ष टैक्स में कटौती होगी और ऑटोमोबाइल, ड्यूरेबल्स, दवाइयां और रोजमर्रा के सामानों की मांग इजाफा हो सकता है.
रिपोर्ट में बताया गया कि अमेरिकी टैरिफ और विदेशी निवेशकों द्वारा 41,000 करोड़ रुपए की निकासी के बाद भी भारतीय बाजार मजबूत बने हुए हैं. वर्तमान में, निफ्टी एक साल के अग्रिम ईपीएस के 18.9 गुना पर कारोबार कर रहा है, जो इसके 15 साल के औसत से थोड़ा कम है.
सेक्टोरल आधार पर फर्म बैंक, स्वास्थ्य सेवा, उपभोक्ता, दूरसंचार, ऑटो और पूंजीगत वस्तुओं पर सकारात्मक बनी हुई है, जबकि आईटी सेवाओं और वस्तुओं पर कमजोर रुख बनाए हुए है.
रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि भारत की आर्थिक विकास गति को बनाए रखने के लिए उपभोग मांग को पुनर्जीवित करना महत्वपूर्ण होगा.
रिपोर्ट के अनुसार, डिफेंस, इन्फ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी मैनेजमेंट सिस्टम, अस्पताल और पावर ट्रांसमिशन जैसे संरचनात्मक विषय अर्थव्यवस्था के लिए मजबूत विकास चालक बने रहेंगे.
–
एबीएस/