New Delhi, 2 अगस्त . बजरंग दल के कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने Saturday को बड़ी कार्रवाई की. केंद्रीय जांच एजेंसी ने कर्नाटक के विभिन्न जिलों में 18 ठिकानों पर छापेमारी की.
इस साल के मई में आरोपी अब्दुल सफवान और अन्य लोगों ने मंगलुरु शहर के बाजपे इलाके में बजरंग दल के कार्यकर्ता सुहास शेट्टी पर सार्वजनिक रूप से हमला किया था. आरोपियों ने घातक हथियारों से उनकी बेरहमी से हत्या कर दी. इस हत्या का उद्देश्य समाज में आतंक फैलाना था.
एनआईए ने जून में स्थानीय पुलिस से इस मामले को अपने हाथ में लिया था. इसी क्रम में केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामले में गिरफ्तार किए गए 12 व्यक्तियों और विभिन्न संदिग्धों के घरों की तलाशी ली. मंगलुरु, चिक्कमगलुरु और हासन जिलों में की गई छापेमारी कार्रवाई में 11 मोबाइल फोन, 13 सिम कार्ड और 8 मेमोरी कार्ड समेत कई डिजिटल उपकरण और अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए.
एनआईए हत्या के पीछे की साजिश की जांच कर रही है.
सुहास शेट्टी बजरंग दल का कार्यकर्ता था और सुरथकल निवासी मोहम्मद फाजिल की हत्या का मुख्य आरोपी था. शेट्टी और उसके साथियों ने कथित तौर पर भाजपा युवा कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेट्टारू की हत्या का बदला लेने के लिए 28 जुलाई, 2022 को सार्वजनिक स्थान पर फाजिल की हत्या कर दी थी.
भाजपा कार्यकर्ता नेट्टारू की ‘हिजाब’ विवाद के दौरान हत्या कर दी गई थी. उसकी हत्या के बाद कर्नाटक में बदला लेने के लिए हत्याओं और चाकू घोंपने की कई घटनाएं हुई थीं.
बता दें कि सुहास शेट्टी हत्याकांड को लेकर भाजपा सांसद कैप्टन ब्रिजेश चौटा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अपील की थी कि वह इस मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को हस्तांतरित करें. वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने सुहास शेट्टी के परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की थी.
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डीकेपी/