रांची, 19 जून . एनआईए ने टेरर फंडिंग मामले में बुधवार को झारखंड के गैंगस्टर अमन साहू के रांची और हजारीबाग जिले के तीन ठिकानों पर करीब छह घंटे तक छापेमारी की. इस दौरान एक एसयूवी, सीसीटीवी का डीवीआर और बैंक ट्रांजैक्शन से जुड़े कागजात जब्त किए गए.
अमन साहू पलामू जेल में बंद है, लेकिन उसका टेरर नेटवर्क झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में बेखौफ तरीके से संचालित हो रहा है. हाल के महीनों में उसके गैंग से जुड़े कई अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. एटीएस की जांच के दौरान यह बात भी सामने आ चुकी है कि उसके संबंध कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से हैं.
अमन रांची के बुढ़मू थाना क्षेत्र के मतवे गांव का रहने वाला है. इसके अलावा रांची के कांके थाना क्षेत्र के बुकरू और हजारीबाग जिले के गिद्दी थाना क्षेत्र में भी उसने ठिकाने बना रखे हैं. एनआईए की अलग-अलग टीम ने बुधवार सुबह पांच बजे तीनों ठिकानों पर एक साथ रेड डाली. दोपहर करीब 12.30 बजे छापेमारी खत्म होने के बाद टीम निकल गईं.
अमन साहू के गुर्गे झारखंड के हजारीबाग, चतरा, लातेहार, रामगढ़ और पलामू के कोयला क्षेत्रों के साथ-साथ सरकारी योजनाओं के ठेकेदारों और कारोबारियों से लगातार रंगदारी वसूलते रहे हैं. गिरोह ने हत्या की एक दर्जन से भी ज्यादा घटनाएं अंजाम दी है.
पुलिस ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक कोयला कारोबारी और रोड कांट्रैक्टर की हत्या करने पहुंचे अमन साहू गैंग के चार शूटर को 26 मई को गिरफ्तार किया था.
इस मामले में रायपुर कोर्ट ने अमन साहू से पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट को मंजूरी दी है. उसे जल्द ही पलामू जेल से रायपुर ले जाया जाएगा. इसके पहले रायपुर और कोरबा में दो कोयला कारोबारियों के ठिकानों पर फायरिंग में भी अमन साहू के गुर्गों का नाम सामने आया था.
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एसएनसी/एबीएम