नई दिल्ली, 24 दिसंबर . राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) आतंकी संगठन से जुड़े आतंकी साजिश मामले में दो आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है. एनआईए ने यह चार्जशीट चेन्नई के पूनमल्ली स्थित एनआईए की विशेष अदालत के समक्ष दाखिल की है.
इस चार्जशीट में अब्दुल रहमान और मुजीबुर रहमान का नाम शामिल है. चार्जशीट में दोनों पर तमिलनाडु और अन्य स्थानों पर हिज्ब-उत-तहरीर की विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए आतंकी गतिविधियों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने की तैयारी करने के लिए आईपीसी और यूए(पी) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं.
एनआईए की जांच से पता चला है कि आरोपियों ने हिज्ब-उत-तहरीर के स्वयंभू पदाधिकारियों के साथ मिलकर संगठन की विचारधारा का प्रचार-प्रसार करने की साजिश रची थी, इसका उद्देश्य भारत में इस्लामिक खिलाफत स्थापित करना और उसके संस्थापक तकी अल-दीन अल-नभानी द्वारा लिखे गए शरिया आधारित संविधान के मसौदे को लागू करना था.
एनआईए की जांच के अनुसार, आरोपी संगठन के गुप्त वर्गों में छात्रों की भर्ती में सक्रिय रूप से शामिल थे. उन्होंने धार्मिक प्रदर्शनी से जुड़े आयोजन किए थे. इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर संगठन की भारत विरोधी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए कई शॉर्ट फिल्में भी बनाई थी.
इसके साथ ही उन्होंने इस्लामी देशों की सैन्य शक्ति को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी का आयोजन किया था, इसके जरिए हिंसक जिहाद और युद्ध के माध्यम से भारत में कानूनी रूप से स्थापित सरकार को उखाड़ फेंकना था.
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