नई दिल्ली, 27 जून . बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकवादियों द्वारा गुरदासपुर पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमला मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सात आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है, जिनमें से तीन फरार हैं.
पंजाब के गुरदासपुर जिले के बटाला में घनी के बांगर पुलिस स्टेशन पर हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी बीकेआई के कार्यकर्ताओं हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया और गुरप्रीत उर्फ गोपी ने सोशल मीडिया पर ली थी.
एआईए द्वारा गुरुवार को दायर आरोप पत्र में फरार आरोपियों की पहचान अमेरिका में रहने वाले हैप्पी पासिया, पाकिस्तान में रहने वाले आतंकवादी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा और शमशेर सिंह उर्फ शेरा उर्फ हनी के रूप में हुई है. वहीं, गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में कुलजीत सिंह, अभिजोत सिंह, गुरजिंदर सिंह और शुभम शामिल हैं. चारों पंजाब के बटाला के किला लाल सिंह गांव के निवासी हैं.
सभी सात आरोपियों पर यूएपीए और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की विभिन्न धाराओं के साथ अन्य संबंधित प्रावधानों के तहत 12 दिसंबर 2024 को हुए हमले की साजिश और उसे अंजाम देने में उनकी भूमिका के लिए आरोप पत्र दायर किया गया है.
एनआईए ने इस मामले की जांच 23 मार्च 2024 को अपने हाथ में ली थी. जांच के दौरान एजेंसी ने पाया कि रिंदा के इशारे पर हैप्पी पासिया ने अर्मेनिया में अपने साथी शमशेर सिंह उर्फ शेरा के माध्यम से अभिजोत सिंह को इस आतंकी हमले के लिए भर्ती किया था.
अभिजोत को चंडीगढ़ के सेक्टर 10 में लक्षित शूटिंग से संबंधित एक अलग मामले में भी एनआईए ने गिरफ्तार किया है.
जांच में यह भी सामने आया कि अर्मेनिया से लौटने के बाद अभिजोत ने अपने विदेशी संचालकों के निर्देश पर हथियार और विस्फोटकों को इकट्ठा करने और वितरित करने का काम शुरू किया था. उसने कुलजीत सिंह और अन्य सह-आरोपियों को अपने गिरोह में शामिल कर इसका विस्तार किया. 9 दिसंबर 2024 को कुलजीत ने घनी के बांगर पुलिस स्टेशन पर हमले के लिए ग्रेनेड प्राप्त किया था.
भारत में बीकेआई के आतंकी नेटवर्क को खत्म करने के अपने प्रयासों के तहत एनआईए अपनी जांच जारी रखे हुए है.
–
एकेएस/एकेजे