नई दिल्ली, 22 मई . राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अमृतसर जिले में इस साल मार्च में हुए मंदिर पर ग्रेनेड हमले के मामले में खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) से जुड़े दो आतंकियों के एक अहम सहयोगी को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार आरोपी की पहचान भगवंत सिंह उर्फ मन्ना भट्टी के रूप में हुई है, जिसे बुधवार को अमृतसर के अकालगढ़ गांव से पकड़ा गया. इस मामले में अब तक कुल चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.
एनआईए की जांच के अनुसार, यह आतंकी हमला गुरसिड़क सिंह और विशाल द्वारा अंजाम दिया गया था. दोनों ने अमृतसर स्थित ठाकुर द्वारा सनातन मंदिर पर ग्रेनेड फेंका था. इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन केएलएफ ने ली थी.
हमले के बाद पुलिस मुठभेड़ में गुरसिड़क सिंह मारा गया, जबकि विशाल को गिरफ्तार कर लिया गया. इनके अलावा दीवान सिंह उर्फ सनी और साहिब सिंह उर्फ सबा को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है.
जांच में यह भी सामने आया है कि भगवंत सिंह ने हमले के दौरान और उससे पहले दोनों हमलावरों को अपने घर में शरण दी थी. ग्रेनेड को भगवंत के घर के पीछे छिपाया गया था, जिसकी उसे पूरी जानकारी थी.
एनआईए के केस आरसी-08/2025/एनआईए/डीएलआई की जांच में यह भी पता चला है कि भगवंत सिंह के बैंक खाते में आतंकी फंड भी ट्रांसफर किए गए थे.
एनआईए इस मामले में अपनी जांच आगे बढ़ा रही है और भारत में केएलएफ नेटवर्क और इसके विदेशी संपर्कों पर सख्त कार्रवाई कर रही है.
बता दें कि 15 मार्च को अमृतसर में देर रात एक मंदिर पर हमला किया गया था. खंडवाला इलाके में स्थित ठाकुर द्वारा मंदिर पर मोटरसाइकिल सवार दो अज्ञात युवकों ने ग्रेनेड से हमला कर दिया था.
यह पूरी घटना मंदिर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी. वीडियो में साफ तौर पर दिख रहा था कि कैसे मंदिर पर ग्रेनेड फेंका गया था.
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डीएससी/एबीएम