New Delhi, 7 जुलाई . न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे के बीच 7 अगस्त से बुलावायो में 2 टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला जाएगा. पहला मैच जीतकर न्यूजीलैंड सीरीज में 1-0 से आगे है. न्यूजीलैंड ने कभी भी जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट मैच नहीं गंवाया है.
न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे के बीच 1992 में पहला टेस्ट खेला गया था. पिछले 33 सालों में दोनों टीमों के बीच 18 टेस्ट मैच खेले गए हैं. इसमें 12 मैचों में न्यूजीलैंड ने जीत हासिल की है. शेष 6 मैच ड्रॉ रहे हैं. ऐसे में दूसरे टेस्ट मैच से पहले जिम्बाब्वे का आत्मविश्वास जहां डिगा हुआ है, वहीं न्यूजीलैंड आत्मविश्वास से भरी हुई है.
जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के प्रदर्शन में पिछले एक दशक में लगातार गिरावट देखी गई है. टी20 और वनडे में टीम अपने प्रदर्शन से कभी-कभी चौंकाती है, लेकिन टेस्ट मैचों में उसे अपने घर में अफगानिस्तान जैसी नई टीम से भी हारकर सीरीज गंवानी पड़ी थी. रैंकिंग नीचे होने की वजह से जिम्बाब्वे को अब ज्यादातर टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिलता है. टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खेलने वाले देशों की सूची में भी शामिल नहीं है. जिम्बाब्वे-न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज भी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (2025-27) का हिस्सा नहीं है.
जिम्बाब्वे अपने घर में मौजूदा टेस्ट सीरीज खेल रही है. उसके पास न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत की शुरुआत करने का मौका है. लेकिन, जिस तरह का प्रदर्शन जिम्बाब्वे का खासकर टेस्ट मैचों में रहा है, उसे देखते हुए जीत मुश्किल है. पिछला टेस्ट भी जिम्बाब्वे ने नौ विकेट से गंवाया था.
हालांकि, न्यूजीलैंड भी इस सीरीज में कई अहम खिलाड़ियों के चोटिल होने की वजह से अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं खेल रही है. न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम इंजरी की वजह से पहला टेस्ट नहीं खेल पाए थे. वह दूसरे टेस्ट से भी बाहर हो चुके हैं. कप्तान मिशेल सेंटनर कर रहे हैं. दूसरे टेस्ट की शुरुआत से पहले तेज गेंदबाज विल ओ’रूर्के भी इंजरी की वजह से बाहर हो गए. केन विलियमसन जैसा दिग्गज बल्लेबाज भी इस सीरीज का हिस्सा नहीं हैं. इसके बावजूद न्यूजीलैंड संतुलित और मजबूत दिख रही है.
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पीएके/केआर