नई दिल्ली, 23 जुलाई . अमेरिकी शोधकर्ताओं ने एक नया टूल विकसित किया है जो 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों में डिप्रेशन की शुरुआत को कम करने में मदद कर सकता है.
मास जनरल ब्रिघम के शोधकर्ताओं ने येल विश्वविद्यालय के सहयोग से किये गये अनुसंधान में दिखाया है कि उच्च ब्रेन केयर स्कोर (बीसीएस) का संबंध बुढ़ापे में डिप्रेशन के कम जोखिम से है.
फ्रंटियर्स इन साइकियाट्री में प्रकाशित निष्कर्षों में मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार के लिए जीवनशैली में बदलाव करने में मरीजों की मदद करने के लिए बीसीएस की क्षमता पर प्रकाश डाला गया है.
मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल में मैककैंस सेंटर फॉर ब्रेन हेल्थ के सह संस्थापक जोनाथन रोसैंड ने कहा, ”ब्रेन केयर स्कोर एक सरल उपकरण है जिसे दुनिया में किसी भी व्यक्ति को इस प्रश्न का उत्तर देने में मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है कि ‘मैं अपने मस्तिष्क की बेहतर देखभाल के लिए क्या कर सकता हूं?’
अध्ययन से पता चलता है कि बीसीएस को बढ़ाने से अवसाद, मनोभ्रंश और स्ट्रोक का खतरा कम हो सकता है.
यह शोध इन स्थितियों को रोकने के अवसरों पर भी बात करता है.
बीसीएस परिवर्तनीय जोखिम कारकों पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसमें शारीरिक (रक्तचाप, हीमोग्लोबिन ए1सी, कोलेस्ट्रॉल, बीएमआई), जीवन शैली (पोषण, शराब का सेवन, धूम्रपान, शारीरिक गतिविधि, नींद) और सामाजिक/भावनात्मक (तनाव, रिश्ते, जीवन उद्देश्य) चीजें शामिल है.
यह शोध 3,50,000 से अधिक प्रतिभागियों के आंकड़ों पर आधारित है. इसमें पाया गया कि बीसीएस में पांच अंकों की वृद्धि से वृद्धावस्था में अवसाद का जोखिम 33 प्रतिशत कम हो जाता है. हालांकि शोधकर्ताओं ने अपेक्षाओं के विपरीत, 50 वर्ष से कम आयु के लोगों में भी बीसीएस और अवसाद जोखिम के बीच महत्वपूर्ण संबंध पाया, जो उम्मीदों के विपरीत है.
वे अब युवा व्यक्तियों में इस संबंध के न्यूरो बायोलॉजिकल पहलुओं की जांच कर रहे हैं, हालांकि अब भी इसमें बहुत कुछ सीखना बाकी है.
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एमकेएस/एकेजे