New Delhi, 21 सितंबर . वस्तु एवं सेवा कर (GST) की नई दरें नवरात्रि के पहले यानी Monday से लागू होने जा रही हैं. इससे बड़ी संख्या में खाने-पीने से लेकर टीवी, एटी, फ्रिज और गाड़ियों के दामों में बड़ी कमी आएगी और पहले के मुकाबले अधिक सस्ती हो जाएंगी.
नए GST फ्रेमवर्क के अंतर्गत मौजूदा टैक्स स्लैब की संख्या चार – 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत से घटकर दो – 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत रह जाएगी. इसके साथ ही Government ने कई ऐसी चीजों पर टैक्स को घटाकर शून्य कई दिया है, जिन पर पहले 5, 12 या 18 प्रतिशत का टैक्स लगता है.
वहीं, लग्जरी और सिन गुड्स पर 40 प्रतिशत का टैक्स निर्धारित किया गया है.
GST सुधार के तहत 22 सितंबर से अल्ट्रा-हाई टेम्परेचर (यूएचटी) मिल्क, पनीर, छेना (प्री-पैकेज्ड और लेबलड), पिज्जा ब्रेड, खाखरा, चपाती या रोटी, पराठा, कुल्चा और अन्य ब्रेड पर GST की दर घटकर शून्य हो जाएगी, जिन पर पहले 5 प्रतिशत GST लगता था.
इसके अलावा मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन और स्टेशनरी आइटम्स (शार्पनर, कॉपी, नोटबुक, पेंसिल और अन्य उत्पाद) पर भी टैक्स 12 प्रतिशत से घटकर शून्य हो जाएगा. वहीं, व्यक्तिगत स्वास्थ्य और जीवन बीमा पर भी टैक्स को शून्य कर दिया गया है, जो कि पहले 18 प्रतिशत था.
इसके अलावा Government ने एसी और फ्रिज आदि पर GST को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया है. वहीं, गाड़ियों पर टैक्स में कटौती की गई है. 350 सीसी और उससे कम की बाइक पर अब GST घटकर 18 प्रतिशत हो गया है, जो कि पहले 28 प्रतिशत था.
वहीं, 1200 सीसी और 4 मीटर से कम की पेट्रोल गाड़ियों और 1500 सीसी और 4 मीटर से कम की डीजल गाड़ियों पर टैक्स घटकर 18 प्रतिशत हो गया है. इससे ऊपर के सेगमेंट और क्षमता वाली गाड़ियों पर अब 40 प्रतिशत का टैक्स लगेगा, जो कि पहले करीब 50 प्रतिशत होता था.
Government भी उद्योगों से अपील कर चुकी है कि GST कटौती का फायदा ग्राहकों को ट्रांसफर करें.
ऑटोमोबाइल सेक्टर की करीब सभी बड़ी कंपनियां अपने उत्पादों के दाम करके GST कटौती का फायदा ग्राहकों को देने का ऐलान कर चुकी हैं. वहीं, वोल्टास, डायकिन, गोदरेज एप्लायंसेज, पैनासोनिक और हायर जैसी इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियां एसी और टीवी आदि की कीमतें कम कर चुकी हैं.
दूसरी अमूल और मदर डेयरी भी GST कटौती का फायदा ग्राहकों को देने का ऐलान कर चुकी हैं और दूध से लेकर आइसक्रीम और फ्रोजन फूड के दाम घटाने का फैसला किया है.
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एबीएस/