जगदलपुर, 4 जून . ‘द केरला स्टोरी’ और ‘बस्तर: द नक्सल स्टोरी’ के निर्देशक सुदीप्तो सेन ने छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में नक्सलवाद के खात्मे को केंद्र में रखकर एक नई फिल्म बनाने की घोषणा की है.
जगदलपुर में बस्तर शांति समिति द्वारा आयोजित ‘बीजिंग से बस्तर तक’ संवाद कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सुदीप्तो सेन ने बताया कि लगभग 40 वर्षों से नक्सलवाद का दंश झेल रहा बस्तर अब नक्सल मुक्त होने की कगार पर है. इस बदलाव को पर्दे पर उतारने के लिए वे जल्द ही एक नई फिल्म की शूटिंग शुरू करने जा रहे हैं.
सुदीप्तो सेन ने कहा कि उनकी आगामी फिल्म बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई को दर्शाएगी, जिसमें नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों और सरकार के प्रयासों को प्रमुखता से दिखाया जाएगा. इस फिल्म की खास बात यह होगी कि इसमें स्थानीय कलाकारों को मौका दिया जाएगा और पूरी शूटिंग बस्तर में ही की जाएगी.
उन्होंने बताया कि फिल्म की स्क्रिप्ट तैयार हो चुकी है, हालांकि अभी तक फिल्म का शीर्षक तय नहीं किया गया है.
कार्यक्रम के दौरान सुदीप्तो ने बस्तर के बदलते स्वरूप पर खुशी जताई. उन्होंने कहा, “बस्तर अब शांति की ओर बढ़ रहा है. यहां के लोगों की कहानियां और जवानों की बहादुरी को दुनिया के सामने लाना जरूरी है. हमारी फिल्म इस क्षेत्र की सच्चाई और सकारात्मक बदलाव को उजागर करेगी. यह फिल्म न केवल नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को दर्शाएगी, बल्कि बस्तर की संस्कृति और स्थानीय लोगों के संघर्ष को भी सामने लाएगी.”
सुदीप्तो सेन की पिछली फिल्म ‘बस्तर: द नक्सल स्टोरी’ ने नक्सलवाद के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में लाया था. इस फिल्म को दर्शकों और समीक्षकों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली थी, लेकिन इसने बस्तर के हालात को समझने में अहम भूमिका निभाई. उनकी नई फिल्म की घोषणा से स्थानीय लोगों में उत्साह है, क्योंकि यह न केवल क्षेत्र की कहानी को वैश्विक मंच पर ले जाएगी, बल्कि स्थानीय प्रतिभाओं को भी अवसर प्रदान करेगी.
यह फिल्म बस्तर के लिए एक नई उम्मीद की किरण बन सकती है, जो नक्सलवाद के अंधेरे से निकलकर शांति और समृद्धि की ओर बढ़ रहा है.
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एकेएस/एकेजे