नेतन्याहू ने रद्द की इजरायली सुरक्षा एजेंसी के नए प्रमुख की नियुक्ति, अपने फैसले से क्यों पलटे ?

यरूशलम, 1 अप्रैल . इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वाइस एडमिरल (सेवानिवृत्त) एली शार्विट को इजरायली सुरक्षा एजेंसी शिन बेट का नया प्रमुख नियुक्त करने का फैसला वापस ले लिया. राजनीतिक सहयोगियों के विरोध और अपने सहयोगियों से जुड़ी जांच के बाद उन्होंने यह फैसला लिया.

नेतन्याहू ने सात उम्मीदवारों के इंटरव्यू के बाद शार्वित की नियुक्ति की घोषणा की थी. हालांकि, हाल के घटनाक्रमों ने उन्हें नियुक्ति रद्द करने के लिए मजबूर कर दिया.

यह विवाद चल रही ‘कतरगेट’ जांच से उपजा है, जिसमें नेतन्याहू के दो करीबी सहयोगी जोनाथन उरीच और एली फेल्डस्टीन फंस गए हैं.

यह जांच व्यापारिक हस्तियों और अधिकारियों के एक कथित नेटवर्क के इर्द-गिर्द घूम रही है, जो दोहा से इजरायली व्यापारिक हितों को भुगतान की सुविधा प्रदान करते हैं, लेकिन फंड्स के स्रोत को छिपाते हैं.

जांच एक बड़े खुलासे के बाद शुरू हुई. दरअसल सामने आया कि नेतन्याहू के पूर्व प्रवक्ता फेल्डस्टीन प्रधानमंत्री कार्यालय में रहते हुए इजरायली पत्रकारों के बीच दोहा समर्थक बयानों को बढ़ावा दे रहे थे. इसके लिए वह कतर की ओर से अनुबंधित एक अंतरराष्ट्रीय फर्म के साथ मिलकर काम करते थे.

फेल्डस्टीन पर वर्गीकृत आईडीएफ दस्तावेजों को लीक करने का भी आरोप है. उरीच पर आरोप है कि उन्होंने कतर से गुप्त तरीके से भुगतान के हस्तांतरण में भूमिका निभाई.

पुलिस ने सोमवार को जोनाथन उरीच और एली फेल्डस्टीन को तथाकथित कतरगेट घोटाले में संदिग्ध के रूप में गिरफ्तार किया.

हालांकि नेतन्याहू से गवाही देने के लिए कहा गया, लेकिन फिलहाल वह इस मामले में संदिग्ध नहीं हैं.

इससे पहले, प्रधानमंत्री के आधिकारिक एक्स अकाउंट ने एक पोस्ट साझा की थी, जिसमें कहा गया था: “सात योग्य उम्मीदवारों के साथ गहन साक्षात्कार करने के बाद, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पूर्व इजरायली नौसेना कमांडर, वाइस-एडमिरल एली शारविट को आईएसए का अगला निदेशक नियुक्त करने का फैसला किया.”

हालांकि, अब जांच के मद्देनजर इस नियुक्ति को वापस ले लिया गया है.

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