शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी, बढ़कर 11.25 लाख करोड़ रुपये हुआ : आंकड़े

नई दिल्ली, 12 अक्टूबर इस वित्त वर्ष में 10 अक्टूबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में 18 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज हुई है.

हाल ही जारी हुए सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस वित्त वर्ष में शुद्ध प्रत्यक्ष कर 18.3 प्रतिशत बढ़कर लगभग 11.25 लाख करोड़ रुपये हो गया.

इसमें व्यक्तिगत आयकर संग्रह के अंतर्गत 5.98 लाख करोड़ रुपये और कॉर्पोरेट कर संग्रह के तहत 4.94 लाख करोड़ रुपये शामिल हैं. इसके अलावा, प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) 30,630 करोड़ रुपये रहा, जबकि समानीकरण शुल्क और उपहार कर जैसे अन्य करों से 2,150 करोड़ रुपये की कमाई हुई.

आयकर विभाग ने एक वर्ष पहले इसी अवधि के दौरान 9.51 लाख करोड़ रुपये एकत्र किए थे. सालाना आधार पर यह 1.74 लाख करोड़ की वृद्धि को दर्शाता है.

1 अप्रैल से 10 अक्टूबर के बीच 2.31 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया, जो 46 प्रतिशत की वृद्धि को दिखाता है.

सकल आधार पर प्रत्यक्ष कर संग्रह 22.3 प्रतिशत बढ़कर 13.57 लाख करोड़ रुपये हो गया. इसमें 7.13 लाख करोड़ रुपये का पीआईटी (व्यक्तिगत आयकर) और 6.11 लाख करोड़ रुपये का कॉर्पोरेट कर शामिल है. सरकार ने चालू वित्त वर्ष में प्रत्यक्ष करों से 22.07 लाख करोड़ रुपये एकत्र करने का बजट रखा है.

इस वित्त वर्ष में अब तक रिफंड को एडजस्ट करने के बाद कॉर्पोरेट कर संग्रह 11 प्रतिशत बढ़कर 4.94 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि रिफंड के बाद व्यक्तिगत आयकर प्राप्तियां 5.98 लाख करोड़ रुपये रहीं, जो 23 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्शाती है.

इस वित्तीय वर्ष में अब तक प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) संग्रह 87 प्रतिशत बढ़कर 30,630 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 16,373 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ था.

एसकेटी/एएस