लखनऊ, 27 नवंबर . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में ईको टूरिज्म में काफी संभावनाएं बढ़ी हैं. साढ़े सात वर्ष में यहां देश-विदेश व प्रदेश के अन्य कोने से आने वाले पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. स्थानीय लोगों को पर्यटन से जोड़कर रोजगार प्रदान किया जा रहा है.
सीएम योगी के नेतृत्व में ईको टूरिज्म में यूपी के बढ़ते कदम से अब नेपाल के अफसर भी सीखेंगे. बुधवार को चूका ईको टूरिज्म स्पॉट पर इंडो-नेपाल ट्रांस बॉर्डर को-ऑर्डिनेशन इवेंट फॉर बॉयोडॉइवर्सिटी कंजरवेशन इवेंट का आयोजन किया गया. इसमें दोनों देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए.
उत्तर प्रदेश वन विभाग, सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के साथ बॉर्डर के ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएगा. इसका उद्देश्य मानव वन्य जीव संघर्ष कम करने के साथ ही वन्य जीवों की भी सुरक्षा करना है.
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह ने बताया कि मानव-वन्य जीव संघर्ष न्यूतनम करने के साथ ही वन्य जीव की सुरक्षा पर भी प्रदेश सरकार का जोर है. दोनों देश मिलकर वाइल्ड लाइफ मॉनिटरिंग करेंगे, जो वन्यजीव (खास तौर पर टाइगर, तेंदुआ, हाथी, गैंडा) इस देश से उस देश जा रहे हैं, उन्हें ट्रैक करने पर भी जोर देंगे.
भारत व नेपाल के वनाधिकारियों के मध्य लग्गाबग्गा कॉरिडोर प्रबंधन पर भी चर्चा हुई. इस एरिया में टाइगर मूवमेंट अधिक है. इनकी सुरक्षा को लेकर भी दोनों देशों के अधिकारियों में चर्चा हुई. इसके अलावा सूचनाओं के आदान-प्रदान पर जोर दिया गया.
इसके अलावा संयुक्त गश्त, पर्यटन में सहयोग, समुदाय की सहभागिता से संरक्षण, अनवरत स्थानीय व उच्च स्तरीय बैठक, वन्य जीवों के भ्रमण, दोनों देशों के वनाधिकारियों ने टूरिज्म को बढ़ावा देने में सहयोग करने के साथ वन्यजीवों के आवागमन की सूचना साझा करने को लेकर चर्चा की, जिससे मानव वन्य जीव संघर्ष कम हो. बॉर्डर क्षेत्र की समितियों के साथ समन्वय कर वन्य जीव संरक्षण किया जाएगा.
इवेंट में नेपाल की ओर से कंचनपुर के डीएफओ राम बिचारी ठाकुर, चीफ वार्डन अधिकारी शुक्ला फाटा, राष्ट्रीय निकुंज नेपाल मनोज के शाह, बफर जोन मैनेजमेंट काउंसिल के अध्यक्ष लव विष्ट, एनटीएनसी संरक्षण अधिकारी लक्ष्मी राज जोशी और भारत की ओर से पीलीभीत टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह, डिप्टी कमांडेंट एसएसबी अजय बहादुर सिंह, सीनियर प्रोजेक्ट ऑफिसर डब्ल्यू डब्ल्यू एफ नरेश कुमार, प्रोजेक्ट ऑफिसर देवल कलम, कृतिका भावे आदि उपस्थित रहीं.
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एसके/एबीएम