पेरिस, 21 जून . भारत के स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने 88.16 मीटर के थ्रो के साथ ‘डायमंड लीग-2025’ में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. पहला स्थान हासिल करने के बाद नीरज चोपड़ा ने आगामी प्रतियोगिताओं में 90 मीटर थ्रो करने की प्रतिबद्धता जताई है.
फ्रांस की राजधानी में पोडियम के शीर्ष पायदान पर पहुंचने के बाद चोपड़ा ने अपनी खुशी व्यक्त की. उन्होंने ब्रॉडकास्टर से कहा, “आज मैं शुरुआत से बहुत खुश था, क्योंकि मेरी रन-अप तकनीक बहुत अच्छी थी और सब कुछ सही था. हालांकि, मुझे लगा कि आज मेरा शरीर बहुत ज्यादा बाईं ओर जा रहा था. मैं अपने चेस्ट से भाला फेंकने की कोशिश कर रहा था, इसलिए आज मेरी तकनीक इतनी अच्छी नहीं थी. हालांकि, मेरी रन-अप तकनीक सही थी. पहला थ्रो सच में शुरुआत के लिए अच्छा था. मैं आज 88 मीटर और ‘वांडा डायमंड लीग’ में इतने लंबे समय के बाद जीत से बहुत खुश हूं.”
27 वर्षीय चोपड़ा ने डायमंड लीग में अपने डेब्यू को याद किया, जो 2017 में पेरिस में हुआ था. नीरज चोपड़ा ने 16 मई को डायमंड लीग के दोहा लेग में 90 मीटर के निशान को पार करने के बाद इस सीजन में निरंतरता बनाए रखने की कसम खाई है.
नीरज चोपड़ा ने कहा, “जब मैंने अपना वांडा डायमंड लीग करियर शुरू किया था, तो यहीं पेरिस से शुरुआत की थी, इसलिए 2017 में अपने डेब्यू के बाद यह मेरा दूसरा मौका है. सात या आठ साल बाद, मैं यहां जीत से खुश हूं. मेरे लिए निरंतरता सबसे बड़ी कुंजी है. फिर भी, कभी-कभी जब आप वर्ल्ड चैंपियनशिप, ओलंपिक या कुछ अन्य बड़ी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं, तो आपको कठिन परिस्थितियों और दबाव में जीतने में सक्षम होने की जरूरत होती है. मैं यहां इतने सारे महान एथलीट्स के बीच जीतकर बहुत खुश हूं. खिलाड़ी वास्तव में बहुत दूर तक भाला फेंकते हैं और मैं अपनी निरंतरता से खुश हूं. मुझे उम्मीद है कि और अधिक प्रतियोगिताओं में 90 मीटर तक फेंक पाऊंगा.”
चोपड़ा ने दिग्गज जेवलिन थ्रोअर जैन जेलेजनी के सकारात्मक प्रभाव पर भी प्रकाश डाला, जिनके मार्गदर्शन में वह ट्रेनिंग ले रहे हैं.
नीरज चोपड़ा ने कहा, “जैन जेलेजनी के आस-पास होने से मुझे बहुत अच्छा महसूस होता है. जब मैं उनके आस-पास होता हूं, या जब वह मुझे कोचिंग देते हैं, तो मुझे बहुत अच्छा लगता है. उनमें कुछ सकारात्मक ऊर्जा है. हर कोई जानता है कि वह एक बेहतरीन एथलीट थे, जिन्होंने 90 मीटर से ज्यादा की दूरी तक थ्रो किया. दूसरे कोचों ने मुझे क्रॉसिंग ओवर शुरू करते समय लंबे स्टेप लेने के लिए कहा था, लेकिन जेलेजनी ने कहा कि मैं छोटे स्टेप ले सकता हूं, लेकिन इसे अच्छी गति से करना होगा. यह वाकई अच्छा है, लेकिन मुझे थ्रो करते समय अपनी तकनीक पर ध्यान देने की जरूरत है.”
शनिवार को स्टेड चार्लेटी में अपने पहले ही प्रयास में 88.16 मीटर की शक्तिशाली थ्रो के साथ, चोपड़ा ने दो साल बाद अपना पहला डायमंड लीग खिताब जीता. इस लीग में उन्होंने जर्मनी के जूलियन वेबर को पछाड़ दिया, जो 87.88 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे. ब्राजील के लुइस मौरिसियो दा सिल्वा ने 86.62 मीटर के थ्रो के साथ तीसरा स्थान हासिल किया.
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आरएसजी