दंगा प्रभावित बांग्लादेश से करीब 1000 भारतीय स्टूडेंट्स लौटे स्वदेश

ढाका, 20 जुलाई . बांग्लादेश में चल रहे छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कारण स्थिति भयावह बनी हुई है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए करीब 1000 भारतीय स्टूडेंट्स वहां से भारत लौट आए हैं.

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शनिवार को कहा कि उसने भारतीय नागरिकों की वापसी के लिए हर तरह की व्यवस्था की है. नागरिक उड्डयन, आव्रजन, लैंड पोर्ट और बीएसएफ अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया है.

अलग-अलग लैंड पोर्ट से 778 भारतीय स्टूडेंट्स भारत लौटे हैं, जबकि करीब 200 स्टूडेंट्स ढाका और चटगांव हवाई अड्डों से नियमित उड़ान सेवाओं से स्वदेश लौटे.

ढाका में भारतीय उच्चायोग और चटगांव, राजशाही, सिलहट और खुलना में सहायक उच्चायोग बांग्लादेश में हालिया घटनाक्रमों के बाद भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी में सहायता कर रहे हैं.

विदेश मंत्रालय ने बताया कि स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा तक सुरक्षित यात्रा के लिए उच्चायोग और सहायक उच्चायोग अपनी तरफ से उपाय कर रहे हैं.

विदेश मंत्रालय ने कहा, “ढाका में भारतीय उच्चायोग और हमारे सहायक उच्चायोग बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में रह रहे 4000 से अधिक स्टूडेंट्स के साथ नियमित संपर्क में हैं और आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं. नेपाल और भूटान के छात्रों को भी भारत में प्रवेश करने में इजाजत दी गई है.”

भारतीय नागरिकों और स्टूडेंट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उच्चायोग और सहायक उच्चायोग बांग्लादेश के अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में हैं.

साथ ही, ढाका में उच्चायोग बांग्लादेश के नागरिक उड्डयन अधिकारियों और एयरलाइनों के साथ भी समन्वय कर रहा है ताकि ढाका और चटगांव से उड़ान सेवाएं सुचारू रहें और भारतीय नागरिक घर लौट सकें.

विदेश मंत्रालय ने बताया कि ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग और बांग्लादेश स्थित सहायक उच्चायोग आपातकालीन संपर्क नंबरों के माध्यम से भारतीय नागरिकों को किसी भी प्रकार की सहायता के लिए उपलब्ध हैं.

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