एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्‍मीदवार की हार निश्चित: मृत्युंजय तिवारी

Patna, 8 सितंबर . इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी और राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव की मुलाकात को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अमित मालवीय ने सवाल खड़े किए. इसको लेकर सियासत तेज हो गई है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने एनडीए गठबंधन की आलोचना की.

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने से खास बातचीत के दौरान कहा कि लालू प्रसाद राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और देश में विपक्ष के सबसे बड़े नेता हैं. लालू प्रसाद यादव सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले सबसे बड़े योद्धा भी हैं. ऐसे में वह लालू प्रसाद से नहीं मिलेंगे तो किससे मिलेंगे? राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) उपराष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को उतार रहे हैं और हार निश्चित दिख रही है. इन लोगों का अभी से पसीना छूट रहा है, 9 सितंबर के बाद क्या होगा?

पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रदेश की दुकानों में बंगला भाषा के उपयोग का निर्देश दिया है. इस पर मृत्युंजय तिवारी ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इस फैसले का समर्थन किया. उन्‍होंने कहा कि वहां बंगाली लोग ज्यादा रहते हैं, ऐसे में ममता सरकार ने सही फैसला किया है. इस फैसले से किसी को ऐतराज नहीं होना चाहिए.

पश्चिम बंगाल में टीएमसी विधायक द्वारा भाजपा नेता पर तेजाब डालने की धमकी को लेकर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. लोकतंत्र में विचारों की लड़ाई है और किसने क्या कहा उसपर उनकी पार्टी के नेता जवाब देंगे.

बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बिहार सरकार और केंद्र सरकार पर पलायन को लेकर निशाना साधा है. मृत्युंजय तिवारी ने तेजस्‍वी के बयान का समर्थन किया. उन्‍होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने सही कहा है. बिहार में पलायन हो रहा है और बेरोजगारी की समस्‍या है. प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था चौपट हो चुकी है.

एएसएच/डीएससी