पटना, 1 जुलाई . बिहार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जदयू कार्यालय में लगे पोस्टरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और Chief Minister नीतीश कुमार की साथ लगी तस्वीर को स्वाभाविक बताते हुए कहा कि इसमें कोई नई बात नहीं है. हमलोग सभी एनडीए में हैं, सभी साथ हैं. ऐसे में इसमें नया खोजने की कोई जरूरत नहीं है.
जदयू प्रदेश कार्यालय में जनता दरबार में शामिल होने आए बिहार सरकार के मंत्री विजय चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एनडीए में भाजपा, जदयू समेत अन्य तीन दल मजबूती के साथ एकसाथ हैं. ऐसे में पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार की तस्वीर लगना स्वाभाविक है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पीछे जो बात हुई थी उस पर Chief Minister कई बार कह चुके हैं कि पिछली बात भूल जाइए. उन्होंने कहा कि अभी एनडीए पूर्णरूप से एकजुट है, मजबूत है, यही कारण है कि विपक्ष हतोत्साहित है.
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी और सीएम की तस्वीर पूरे बिहार में लगी हुई है. बिहार की जनता के दिलों में दोनों की तस्वीर साथ में है. इसमें कुछ अस्वाभाविक नहीं है. मतदाता पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष के विरोध को लेकर उन्होंने कहा कि इसमें कोई साजिश नहीं है. चुनाव आयोग स्पष्ट कहा है कि कोई सही मतदाता छूटे नहीं और कोई गलत मतदाता जुड़े नहीं, इसमें तो सभी को आश्वस्त हो जाना चाहिए. वे समय भी दे रहे हैं, अगर उस समय तक किसी तरह की कमी रह जाएगी तब कुछ चुनाव आयोग से अनुरोध किया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि यह तो एक ऐसी प्रैक्टिस है जो चुनाव आयोग करता रहा है. इसमें सारे राजनीतिक दलों को सहयोग करना चाहिए. उन्होंने सवाल भी उठाया कि आखिर राजनीतिक दल सशंकित क्यों हैं? राजद नेता तेजस्वी यादव के सरकार बनने पर वक्फ संशोधन कानून को कूड़ेदान में फेंके जाने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि वे तो यह अभी भी कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इसमें अल्पसंख्यकों को घबराने की जरूरत नहीं है. Chief Minister नीतीश कुमार ने सभी अल्पसंख्यकों को आश्वस्त किया है कि किसी को भ्रम में रहने की जरूरत नहीं है. इसमें सभी का ख्याल रखा गया है.
विजय कुमार चौधरी ने कहा कि ये नीतीश कुमार के 20 साल के शासन की खासियत रही है कि सभी अल्पसंख्यक बिहार में ही सुरक्षित महसूस करते हैं. विपक्ष के लोग घड़ियाली आंसू बहाकर वोट का जुगाड़ करते हैं. इनकी नजर सिर्फ चुनाव पर है. उन्होंने कहा कि एनडीए के सभी घटक दल कह चुके हैं कि इस साल होने वाला विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेंगे. अब इसके बाद क्या कहा जाए?
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एमएनपी/एएस