कोलकाता, 17 अप्रैल . राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) का एक प्रतिनिधिमंडल पश्चिम बंगाल के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगा और पीड़ितों से मुलाकात करेगा.
एनसीडब्ल्यू का यह डेलीगेशन गुरुवार शाम कोलकाता पहुंचेगा और 18 अप्रैल को मालदा और 19 अप्रैल को मुर्शिदाबाद जाएगा.
राष्ट्रीय महिला आयोग की समिति मुर्शिदाबाद हिंसा की जांच करेगी. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर व्यक्तिगत रूप से हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगी और पीड़ितों से मुलाकात करेंगी.
वक्फ (संशोधन) अधिनियम को लेकर जिले के कई इलाकों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा मामले में अब तक 200 से ज्यादा गिरफ्तारियां हो चुकी है. राज्य पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.
पश्चिम बंगाल पुलिस ने बुधवार को अल्पसंख्यक बहुल मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा और दंगे जैसी स्थिति की जांच के लिए नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन की घोषणा की.
बुधवार को हिंसा की जांच के लिए एनसीडब्ल्यू ने एक जांच समिति के गठन की घोषणा की.
एनसीडब्ल्यू ने कहा कि जांच समिति गठित करने का निर्णय आयोग द्वारा मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान के मंदिरपारा क्षेत्र में सांप्रदायिक अशांति के दौरान कई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की खबरों पर स्वतः संज्ञान लेने के बाद लिया गया.
एनसीडब्ल्यू ने अपने बयान में कहा, “हिंसा के कारण सैकड़ों महिलाओं को पलायन करना पड़ा है. कई महिलाओं को सुरक्षा की तलाश में भागीरथी नदी पार करने के लिए मजबूर होना पड़ा है, जो पास के मालदा जिले में शरण ले रही हैं. इन महिलाओं को उनके घरों से निकाल दिया गया है. वह डर और अनिश्चितता में जी रही हैं, अकल्पनीय आघात और नुकसान का सामना कर रही हैं.”
एनसीडब्ल्यू ने आगे कहा कि समिति में एनसीडब्ल्यू की सदस्य डॉ. अर्चना मजूमदार और एनसीडब्ल्यू की उप सचिव डॉ. शिवानी डे भी शामिल होंगी, जो जांच में सहयोग देंगी और पूरी जांच सुनिश्चित करेंगी.
इस बीच, राज्य पुलिस की नौ सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के एक अधिकारी करेंगे, जिनकी सहायता के लिए दो पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी और छह निरीक्षक स्तर के अधिकारी होंगे.
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पीएसके/केआर